मास्क नही तो, समान नही के नारें के साथ दुकानदारों को दी जा रही समझाईश (खुशियों की दास्तां)!

Mask no, the same is not being given to the shopkeepers with tales of happiness (tales of happiness)!
मास्क नही तो, समान नही के नारें के साथ दुकानदारों को दी जा रही समझाईश (खुशियों की दास्तां)!
मास्क नही तो, समान नही के नारें के साथ दुकानदारों को दी जा रही समझाईश (खुशियों की दास्तां)!

डिजिटल डेस्क | उमरिया कोविड 19 कोरोना वायरस की चैन को तोडने के लिए कोरोना वालेन्टियर्स भी आगें आकर इस महामारी से आम जनों को बचानें के लिए प्रेरित कर रहे है। वे प्रतिदिन लोगो को जागरूक करने अपने घरों से निकल जाते है। ग्रामीण अचंलो में कहीं दीवाल लेखन , तो कही मास्क वितरण के साथ लोगो को कोरोना से बचने की समझाईश दी जा रही है। जलज नीर संस्था के कोरोना वालेन्टियर्स नरेंद्र राय बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर मैंने अपना पंजीयन मैं कोरोना वालेन्टियर्स में जन अभियान परिषद के माध्यम से कराया, उसके बाद निकल पड़ा लोगो को जागरूक करने।

नरेंद्र राय का कहना है कि मैं कोरोना वालेन्टियर्स में पंजीयन कराने के बाद मुझे पहचान पत्र दिया गया एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री जी का संदेश पत्र प्राप्त हुआ है। गांव गांव घूमकर ग्रामीणों को मास्क का उपयोग का उपयोग करने, बेवजह सडको पर नही घूमने, हाथो को बार बार सेनेटाईज करने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करनें की समझाईश दे रहा है।

इसके साथ ही ग्रामीण अंचलों में स्थित दुकानो के बाहर मास्क नही तो समान नही , की समझाईश दुकान संचालको को दी जा रही है। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी, कोरोना हारेगा देश जीतेगा, कफन से छोटा होता है मास्क आदि नारें लिखे जा रहे है। कोरोना वालेन्टियर नरेंद्र राय का कहना है कि यह कार्य करके अत्यंत प्रसन्न हू। मेरे द्वारा कही एवं दीवार पर लिखी हुई बातो को ग्रामीण जन देख एवं समझ रहे है। निश्चित रूप से इस कार्य से कोरोना संक्रमण की चैन टूटेगी और देश कोरोना से मुक्त हो जाएगा। 

Created On :   24 April 2021 10:16 AM GMT

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