आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों में नए अविष्कार

New innovations in electric and hybrid vehicles through artificial intelligence
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों में नए अविष्कार
कल की ओर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों में नए अविष्कार
हाईलाइट
  • इन रिसर्च के लिए आईआईटी दिल्ली में विशेष अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं बनाई गई है
  • इस रिसर्च के जरिए बैटरी की क्षमता बढ़ने व चाजिर्ंग के समय में कमी आने की उम्मीद है

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए भारत इलेक्ट्रिक वाहनों और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में नए अविष्कारों में जुटा है। खासतौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी पर यहां आईआईटी दिल्ली में महत्वपूर्ण रिसर्च की जा रही है। इस रिसर्च के जरिए बैटरी की क्षमता बढ़ने व चाजिर्ंग के समय में कमी आने की उम्मीद है। बैटरी से चलने वाले वाहनों में ईधन , भंडारण और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत पर भी रिसर्च की जा रही है।

इन रिसर्च के लिए आईआईटी दिल्ली में विशेष अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं बनाई गई है। यह प्रयोगशालाएं आईआईटी दिल्ली के सेंटर फॉर ऑटोमोटिव रिसर्च एंड ट्राइबोलॉजी (कार्ट) द्वारा संचालित है। यह खासतौर पर बैटरी रिसर्च, चाजिर्ंग इंफ्रास्ट्रक्च र और ऑटोमोटिव हेल्थ मॉनिटरिंग (एएचएम) पर केंद्रित हैं।

आईआईटी दिल्ली के मुताबिक उनकी यह टीम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) का उपयोग करके गलती का पता लगाने के लिए कंपन विश्लेषण, वर्तमान निगरानी, शोर निगरानी, इन्फ्रारेड थर्मोग्राफी, ध्वनिक उत्सर्जन इत्यादि जैसी विभिन्न नैदानिक तकनीकों का उपयोग करती है।

कार्ट आईआईटी दिल्ली का मई 2019 में स्थापित एक नया केंद्र है जो इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्थापित किया गया है। आईआईटी दिल्ली के निदेशक वी रामगोपाल राव ने इन प्रयोगशालाओं का उद्घाटन किया है।

दिल्ली के निदेशक वी रामगोपाल राव ने कहा, आईआईटी दिल्ली के कार्ट ने देश के विभिन्न ऑटोमोटिव उद्योगों के साथ सहयोग किया है और उनके सामने आने वाली तकनीकी चुनौतियों को हल करने के लिए काम कर रहा है। ये प्रयोगशालाएं कार्ट में चल रहे शोध कार्य को एक नए स्तर पर ले जाएंगी। कई अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियां यहां से उद्योगों तक पहुंचेंगी।

आईआईटी दिल्ली की बैटरी अनुसंधान प्रयोगशाला सेल, मॉड्यूल और पैक स्तरों पर बैटरी परीक्षण के लिए उन्नत उपकरणों से सुसज्जित है। बैटरियों के अलावा, क्लाउड बीएमएस और डिजिटल ट्विन को एकीकृत करके, किसी भी दोषपूर्ण सेल की स्थिति की जांच के लिए मास्टर-स्लेव कॉन्फिगरेशन में बैटरी प्रबंधन प्रणाली (बीएमएस) पर परीक्षण किया जाता है।

आईआईटी दिल्ली ने कहा है कि कहा है कि एएचएम प्रयोगशाला स्थिति की निगरानी और ऑटोमोटिव शोर, कंपन और हर्ष (एनवीएच) परीक्षण के लिए उच्च अंत उपकरणों से लैस है।

 

(आईएएनएस)

Created On :   7 Nov 2021 2:30 PM GMT

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