नार्वे ने अपनी आर्मी में पेंगुइन को किया तैनात, ब्रिगेडियर से मेजर जनरल की पोस्ट पर हुआ प्रमोट, मिल रही बधाईयां

नार्वे ने अपनी आर्मी में पेंगुइन को किया तैनात, ब्रिगेडियर से मेजर जनरल की पोस्ट पर हुआ प्रमोट, मिल रही बधाईयां
  • नार्वे सेना के तीसरे सबसे बड़े पद पर न्युक्त हुआ पेंगुइन
  • ब्रिगेडियर से मेजर जनरल के पद पर हुआ प्रमोट
  • सर निल्स के नाम से है प्रसिद्ध

डिजिटल डेस्क ,भोपाल। दुनिया का हर देश अपनी आर्मी में पालतू जानवरों की भर्ती सेना से जुड़े मिशन के लिए करते हैं। अपने मिशन को अंजाम देने के लिए आर्मी में पालतू जानवर जैसे कु्त्ते और घोड़ो को शामिल किया जाता है। लेकिन क्या आपने आर्मी में कभी पेंगुइन की तैनाती के बारे में सुना हैं। यूरोपीय देश नार्वे ने अपनी सेना में एक पेंगुइन की तैनाती की है। जो हाल ही में, नार्वे सेना में ब्रिगेडियर के पद से प्रमोट होकर सेना की तीसरी सबसे ऊंची पोस्ट मेजर जनरल पर तैनात हुआ है। इस बात की जानकारी नार्वे के जू ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करके दी है। इसके अलावा, सेना में पेंगुइन के प्रमोशन पर उसे यूजर्स द्वारा ढ़ेर सारी शुभकामनाएं भी दी गई हैं।

'सर निल्स' को मेजर जनरल की पोस्ट से नवाजा गया

नार्वे सेना में तैनात इस पेंगुइन का नाम 'सर निल्स' है जो कि एडिनबर्ग चिड़ियाघर में रहती है। निल्स की कुछ तस्वीरों को जू के आधिकारिक X अकाउंट पर अपलोड भी किया गया था। जो तेजी से वायरल हो रही हैं। जू ने इन तस्वीरों के पोस्ट में कैप्शन देते हुए लिखा, "उठे, सर पेंगुइन"। नार्वे की सेना में 'सर निल्स ओलाव III' को नार्वेजियन किंग्स गार्ड की तरफ से मेजर जनरल की रैंकिंग दी गई है। जो सेना की तीसरी ऊंची और महत्तवपूर्ण रैंक होती है। नार्वे सेना के लिए सर निल्स को 'मैस्कॉट' यानी काफी भाग्यशाली माना गया है। सेना द्वारा आयोजित एक खास समारोह में 'सर निल्स' को इस उपलब्धि से नवाजा गया था। बता दें, सेना में इस रैंकिंग को सबसे सर्वोच्च मानी गया है।

ऐसे रखा गया था 'सर निल्स' का नाम

एडिनबर्ग चिड़ियाघर से मिली जानकारी के अनुसार, सन् 1972 में पेंगुइन 'सर निल्स ओलाव' को नार्वे की शाही सैनिक में मानद सदस्य के तौर पर शामिल किया गया था। उस समय, नार्वे सेना के जनरल निल्स एलिगन जू घूमने आए हुए थे। तभी उन्होंने पहली बार सर निल्स को देखा था। वह उस दौरान सर निल्स से काफी ज्यादा प्रभावित हो गए थे। जिसके बाद जनरल एलिगन ने उस समय के राजा 'ओला पंचम' के नाम पर पेंगुइन का नाम निल्स ओलाव रखा था।

वार्षिक सैनिक महोत्सव में सर निल्स से मिलती है शाही टुकड़ी

चिड़ियाघर से मिली जानकारी के मुताबिक, सेना में सर निल्स को लेकर कई तरह की परंपराओं को निभाया जाता है। जो नार्वे सेना की इतिहास का एक अहम हिस्सा रही हैं। सन् 1972 से सेना में शामिल 'सर निल्स' पहले ब्रिगेडियर के पोस्ट पर नियुक्त था। जो अब प्रमोट होकर मेजर जनरल बन गया है। नार्वे में हर साल होने वाले सैनिक महोत्सव में शाही टुकड़ी 'सर निल्स' से मिलने के लिए चिड़ियाघर जाती है। वहां सर निल्स का बड़े धूमधाम के साथ स्वागत किया जाता है।

Created On :   25 Aug 2023 6:28 PM GMT

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