आखिर क्यों गिरती है आसमान से बिजली? जानें इससे जुड़े Interesting Facts
- इनमें से कुछ बिजली तो बादलों पर ही गिर जाती है
- जबकि स्ट्रॉन्ग इलेक्ट्रीसिटी जमीन पर कंडक्टर की तलाश में गिर जाती है।
- इस बिजली को 20 मील की दूरी से देखा और 100 मील की दूरी से ही सुना जा सकता है।
- एयरोप्लेन की डिज़ाइन- बिजली यदि प्लेन पर गिरती है तो वो प्लेन के चारों ओर फैल जाती है लेकिन अंदर नहीं आ पाती। जिस कारण लगता है कि एयरोप्लेन पर बिजली नहीं गिरती।
- दो अपोजिट एनर्जी (+
- -) के बादलों का आपस में टकरा
डिजिटल डेस्क । एक वक्त था जब केवल मॉनसून में बारिश हुआ करती थी, लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से अब लगभर हर मौसम में एक बार तो बारिश होती ही है और बेमौसम बरसात हल्की-फुल्की नहीं बल्कि जोरदार होती है। मुसीबत तब हो जाती है जब किसी के घर कोई शादी-ब्याह या फंक्शन हो तो पूरे कार्यक्रम पर पानी फिर जाता है। इस तरह के कार्यक्रम में सजावट के लिए लाइट डेकोरेशन खूब किया जाता है। ऐसे बारिश के साथ अगर बिजली गिर जाए तो मुसीबत दोगुनी हो जाती है। इन सबसे निपटने के लिए अब लोग पहले से इंतजाम करने लगे हैं, लेकिन कभी सोचा है कि आखिर बारिश के साथ बिजली कड़कने और गिरने के पीछे की वजह क्या है। आज हम आपको आसमानी बिजली से जुड़े कुछ ऐसे ही Interesting Facts बताने जा रहे हैं, जिसको जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
- अक्सर तेज बारिश और तूफान के समय आसमान से तेज बिजली निकलती है। इसके पीछे का कारण है दो अपोजिट एनर्जी (+,-) के बादलों का आपस में टकराना। टकराते ही इस रगड़ से बिजली पैदा होती है और जब ये बिजली एक-दूसरे से टकराती है तो कड़कने की आवाज निकलती है। इनमें से कुछ बिजली तो बादलों पर ही गिर जाती है, जबकि स्ट्रॉन्ग इलेक्ट्रीसिटी जमीन पर कंडक्टर की तलाश में गिर जाती है। इस बिजली को 20 मील की दूरी से देखा और 100 मील की दूरी से ही सुना जा सकता है।
- आपके मन में ये सवाल होगा कि बिजली जब गिरती है तो वो एयरोप्लेन पर क्यों नहीं गिरती? उसके पीछे एयरोप्लेन की डिज़ाइन है। 1963 में एक घटना के बाद से एयरोप्लेन को पूरी तरह से एल्यूमिनियम से बनाया जाने लगा जिससे बिजली यदि प्लेन पर गिरती भी है तो वो प्लेन के चारों ओर फैल जाती है लेकिन अंदर नहीं आ पाती। जिस कारण लगता है कि एयरोप्लेन पर बिजली नहीं गिरती।
- आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन दुनिया में हर सेकंड 40 बार आसमानी बिजली गिरती है, मतलब दिन भर में 30 लाख से ज्यादा बार। हालांकि ये सभी जमीन पर नहीं गिरती। इसके अलावा Venezuela की मराकाइबो झील में सालभर में लगभग 12 लाख बार बिजली गिरती है।
- आप शायद इस बात को नहीं जानते होंगे कि साल 1998 में अफ्रीका के कांगो शहर में एक फुटबॉल मैच के दौरान बिजली गिर गई थी। इससे एक टीम के सभी खिलाड़ी मर गए थे, जबकि दूसरी टीम के खिलाड़ियों को किसी भी तरह की कोई खरोंच भी नहीं आई थी।
- अमेरिका की फेमस "Statue Of Liberty" पर सालभर में करीब 300 बार आसमानी बिजली गिरती है। यदि इस बिजली को स्टोर किया जाए तो 600 Volts तक की बिजली बन सकती है। आसमान से गिरने वाली बिजली का टेंपरेचर 30 हजार डिग्री सेल्सियस होता है, जो सूरज से 5 गुना कम है।
- अक्सर हम यही कहते हैं कि आसमान से बिजली गिरती है, जबकि असल में ये बिजली गिरती हुई नहीं बल्कि गिरकर वापस उठती हुई दिखाई देती है। इसकी स्पीड 32 करोड़ फीट प्रति सेकंड होती है, जिससे ये पूरी प्रोसेस 2 माइक्रोसेकंड्स में ही हो जाती है।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक आसमानी बिजली का शिकार पुरुष ही हुए हैं। इसलिए माना जाता है कि आसमानी बिजली गिरने की संभानवा महिलाओं के मुकाबले पुरुष में 5 गुना ज्यादा होती है।
Created On :   16 March 2018 10:16 AM IST