नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर देना होगा पहले से ज्यादा टैक्स, जानें बढ़ी कीमतें
नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर देना होगा पहले से ज्यादा टैक्स, जानें बढ़ी कीमतें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यह ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में बढ़ रही महंगाई का दौर है। पहले लगभग सभी ऑटोमोबाइल उत्पादक कंपनियां अपने वाहनों की कीमतों में इजाफा कर चुकी हैं, और अब नेशनल हाईवे पर चलने वालों के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पूरे भारत में टोल के दाम को 5-7 प्रतिशत तक बढ़ाने की घोषणा की है। भारत में NHAI के 372 टोल प्लाजा हैं और इन सभी से गुजरने वालों को अब और भी ज्यादा टोल चार्ज भुगतना होगा। NHAI का कहना है कि हर साल नए वित्तीय वर्ष वर्ष में कीमतों का बदलाव होता है। सभी टोल नाकों की कीमतों में इजाफा होलसेल प्राइस इंडैक्स के इस्तेमाल से किया गया है और एक ही राज्य में दो अलग-अलग टोल पर समान रकम देनी होगी।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सभी टोल नाकों पर 31 मार्च 2018 से ही बढ़ी हुई टोल दर लागू कर दी गई है। NHAI ने टोल दरों के मंथली पास की कीमत में भी बढ़ोतरी की है, यह पास महीने में 50 से ज्यादा बार टोल गेट से गुजरने वाले यात्रियों को दिया जाता है। इसका दूसरा पहलू देखें तो अब रोड और ट्रासपोर्ट से संबंधित सभी चीजों की कीमतों में इजाफा होना तय है। इसका सीधा असर एसेंशियल कमोडिटी पर भी पड़ने वाला है।
यहां तक कि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कई सारी ट्रांसपोर्ट यूनियन ने भी यह पुष्टि की है कि नेशनल हाईवे से माल का ट्रांसपोर्ट महंगा होने वाला है और यह टोल दरों में हुई बढ़ोतरी के बाद तय होगा। इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि कुछ जगहों पर टोल पूरा वसूला जाता है लेकिन इसके बदले में सड़कों की हालत उतनी बेहतर नहीं होती जिस हिसाब से पैसा वसूला जाता है। यही वजह है कि देशभर की ट्रांसपोर्ट यूनियन टोल दरों में बढ़ोतरी का विरोध कर रही हैं। हम आपको इसपर आगे कोई भी जानकारी मिलने पर अवगत कराएंगे।