SBI ने FD रेट में अचानक 0.25 प्रतिशत बढ़ाया, अब लोन होगा और भी महंगा

SBI ने FD रेट में अचानक 0.25 प्रतिशत बढ़ाया, अब लोन होगा और भी महंगा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-29 06:46 GMT
SBI ने FD रेट में अचानक 0.25 प्रतिशत बढ़ाया, अब लोन होगा और भी महंगा

 

सलोनी शुक्ला , मुंबई । पिछले कई दिनों से बैंकिग सेक्टर से बुरी खबरें ही आ रही हैं। घोटाले और भ्रष्टाचार के बाद अब महंगी बैंकिंग सेवा की मार आम जनता को झेलनी पड़ रही है। इस बीच देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑप इंडिया (SBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) रेट्स में अचानक 0.10-0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी करके सबको हैरान कर दिया है। माना जा रहा है कि इकॉनमिक रिकवरी के बीच लोन की मांग बढ़ने के चलते बैंक ने ये कदम उठाया है। SBI के FD के रेट्स बढ़ाने का मतलब ये भी है कि आगे चलकर लोन और महंगा हो सकता है। 

 

बता दें कि देश की बैंकिंग इंडस्ट्री के 25 प्रतिशत हिस्से पर SBI का कब्जा है। अब वो 2 से 10 साल के डिपॉजिट पर 6.6 से 6.75 प्रतिशत का ब्याज ऑफर करेगा। नई दरों को बुधवार से ही लागू कर दिया गया है और पिछले तीन महीने SBI की ये डिपॉजिट रेट्स में चौथी बढ़ोतरी है। बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर पी के गुप्ता ने कहा, "ब्याज दरों में गिरावट का दौर खत्म हो गया है और शायद इसमें बढ़ोतरी होने लगी है। हालांकि, अभी ये उस लेवल पर नहीं पहुंचा है, जिससे कर्ज महंगा करना पड़े। रेट कट की उम्मीद खत्म हो गई है। हम अपनी दरों में मार्केट रेट के हिसाब से बदलाव कर रहे हैं।" 

 

गुप्ता के बयान से होम लोन बॉरोअर्स को रिजर्व बैंक की 5 अप्रैल की मॉनिटरी पॉलिसी मीटिंग से पहले राहत मिल सकती है। माना जा रहा है कि आरबीआई इस मीटिंग में ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगा। SBI ने इससे पहले 28 फरवरी को रिटेल और होलसेल डिपॉजिट रेट्स में 0.10-0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद 1 मार्च को उसने मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 0.10-0.25 प्रतिशत का इजाफा किया था। बैंक ने एक साल के लिए MCLR रेट को 7.95 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया था।

 

बैंक ने अपने स्टॉफ और पेंशनभोगियों के लिए भी एफडी की ब्याज दरों में ब्याज में बढ़ोतरी कर दी है। वहीं 60 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए आम पब्लिक को मिलने वाले ब्याज से भी एक फीसदी ज्यादा मिलेगा।

 

ब्याज दरों में बढ़ोतरी का पहला संकेत तब मिला था, जब बैंकों ने बल्क डिपॉजिट रेट्स में बढ़ोतरी शुरू की थी। SBI ने सबसे पहले ये कदम उठाया था। उसने 1 करोड़ रुपये से अधिक के डिपॉजिट पर एक साल के लिए ब्याज दर बढ़ाकर 6.25 पर्सेंट कर दी थी। ये बढ़ोतरी दिसंबर 2017 से जनवरी 2018 के बीच की गई थी। इसके बाद एचडीएफसी बैंक, ऐक्सिस बैंक, यस बैंक, इंडसइंड बैंक सबने एक साल के MCLR रेट्स में इजाफा किया था। एक सरकारी बैंक के अधिकारी ने बताया कि SBI मार्केट लीडर है। इसलिए दूसरे बैंक उसे देखकर फैसला करते हैं। 

 

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