किसान ने खेत में लगे पेड़ पर लगाईं फांसी, मुआवजे को लेकर था चिंतित

किसान ने खेत में लगे पेड़ पर लगाईं फांसी, मुआवजे को लेकर था चिंतित

Tejinder Singh
Update: 2018-07-18 12:20 GMT
किसान ने खेत में लगे पेड़ पर लगाईं फांसी, मुआवजे को लेकर था चिंतित

डिजिटल डेस्क, अमरावती। धामनगांव रेलवे इलाके में एक किसान ने मौत को गले लगा लिया। सरकारी प्रोजेक्ट के तहत अधिग्रहित पैतृक खेती का विवाद राजस्व न्यायालय में जारी है। इसी बीच मृतक के पिता ने बड़े भाई के बेटे के नाम पर बख्शीश पत्र तैयार कर दिया। जिसके बाद उसे चिंता सताने लगी। इसी चिंता में 45 वर्षीय किसान राजेंद्र फुलझेले ने बुधवार की शाम खेत स्थित आम के पेड़ पर फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। आसेगांव इलाके में मामला सामने आया है।

नागपुर-मुंबई कृषि समृध्दि प्रोजेक्ट में गई भूमि
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक राजेंद्र के पिता महादेव की दो एकड़ पैतृक जमीन आसेगांव में है। खेत नागपुर-मुंबई कृषि समृध्दि प्रकल्प में गया है। लेकिन महादेव ने कुछ खेत का हिस्सा अपने बड़े भाई भाऊराव के बेटे मयूर और अमित के नाम पर कर दिया है। पैतृक खेती का मुआवजा सभी को मिले, इसलिए राजेंद्र की बड़ी बहन ने चांदूर रेलवे उपविभागीय राजस्व कार्यालय में याचिका दायर की है। यह मामला न्याय प्रविष्ठ है, लेकिन खेती का मुआवजा बच्चों को नहीं मिलेगा। इसी चिंता में राजेंद्र ने खेत में लगे पेड़ पर फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। दत्तापुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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