पिता-पुत्र और जीजा-साला सहित मुंबई से लौटे 7 लोग कोरोना पाँजिटिव पाए गए

 पिता-पुत्र और जीजा-साला सहित मुंबई से लौटे 7 लोग कोरोना पाँजिटिव पाए गए

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-27 13:19 GMT
 पिता-पुत्र और जीजा-साला सहित मुंबई से लौटे 7 लोग कोरोना पाँजिटिव पाए गए

डिजिटल डेस्क  सतना। महाराष्ट्र के मुंबई से हाल ही में लौटे कोरोना के 7 नए संक्रमितों में पिता-पुत्र और जीजा-साला भी शामिल हैं। इसके अलावा 3 अन्य संक्रमित भी इसी हॉटस्पॉट से यहां लौटे हैं। इनमें से 5 की थ्रोट स्वाब सेंपलिंग 22 मई को और 2 अन्य के नमूने जांच के लिए 25 मई को प्रिजर्व किए गए थे। मंगलवार को सामने आए कोरोना के  सभी 7 नए संक्रमित को इलाज के लिए उतैली स्थित कोविड-19 केयर यूनिट में आइसोलेट कर दिया गया है। संक्रमितों के प्रत्यक्षत: संपर्क में आए अन्य संबंधितों को भी उतैली में स्वास्थ्य निगरानी में रखा गया है। सभी संदेहियों की जांच कराई जाएगी। इसी बीच एहतियात के तौर पर जिला मुख्यालय के चांदनी  टाकीज क्षेत्र को कलेक्टर अजय कटेसरिया ने कंटनेमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया है।
11 साथियों के साथ आया था ऑटो से :---
बिरसिंहपुर स्थित आईटीआई में 15 मई से क्वारेंटीन 30 वर्षीय युवक अपने 11 अन्य साथियों के साथ अलग-अलग 2 आटो से मुंबई से बिरसिंहपुर पहुंचा था। इसी के साथ  आटो से आए मझगवां के एक श्रमिक में 21 मई को कोरोना के संक्रमण की पुष्टि के बाद संदेही के तौर पर इस युवक को  22 मई को बिरसिंहपुर से मझगवां रेफर कर दिया गया था।  23 को सेंपलिंग कराई गई और जब मंगलवार को 3 दिन बाद लैब रिपोर्ट आई तो इसमें भी संक्रमण पाया गया। बताया गया है कि बिरसिंहपुर के इस नए संक्रमित युवक के साथ मुंबई से ऑटो से आए कुल 11 श्रमिकों में से 3 बिरसिंहपुर, तिघरा और झखौरा के एक-एक, हिरौंदी के 2 और कोठी के उदयपुर का एक श्रमिक शामिल है। इनमें से बिरसिंहपुर के 3 युवकों को तो आईटीआई में क्वारेंटीन कर दिया गया था,जबकि शेष अन्य को होम क्वारेंटीन की सलाह के साथ घर भेज दिया गया था। एक कड़ी में 2 संक्रमित निकलने के बाद अब शेष संदेहियों को चिन्हित करते हुए आइसोलेट करने की दौड़ शुरु हो गई है।  
 कार से आए तो होम क्वारेंटीन :------
हॉटस्पॉट महाराष्ट्र के मुंबई से कार से सपरिवार 17 मई को यहां जैतवारा के मालमऊ पहुंचे 31 वर्षीय एक युवक और उसके 33 वर्षीय जीजा में भी कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनकी ट्रैवल हिस्ट्री के मुताबिक साला अपने और जीजा के परिवार को जहां कार से लेकर मालमऊ पहुंचा था, वहीं पीछे से जीजा बाइक से पहुंचा। जीजा मूलत: रीवा जिले के जवा का निवासी है। इस परिवार में से किसी को भी रेडंम सेंपलिंग के लिए संस्थागत तौर पर क्वारेंटीन नहीं किया गया बल्कि सभी को होम क्वारेंटीन पर भेज दिया गया। इस मसले पर सच तब सामने आया जब 22 मई को साले की तबियत बिगड़ी।  आनन फानन में जीजा और साले को मझगवां के एक्सीलेंस स्कूल में क्वारेंटीन कर दिया गया 23 को मई सेपलिंग की गई तो दोनों में इन्फेक्शन पाया गया। जबकि इस परिवार के किसी अन्य सदस्य में संक्रमण नहीं मिला है। सभी को उतैली में आइसोलेट कर दिया गया है।
 
 

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