स्टाफ नर्स की लापरवाही से हुई थी गर्भस्थ शिशु की मौत, वेतन वृद्धि रोकी, डॉक्टर को नोटिस

स्टाफ नर्स की लापरवाही से हुई थी गर्भस्थ शिशु की मौत, वेतन वृद्धि रोकी, डॉक्टर को नोटिस

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-27 08:41 GMT
स्टाफ नर्स की लापरवाही से हुई थी गर्भस्थ शिशु की मौत, वेतन वृद्धि रोकी, डॉक्टर को नोटिस

डिजिटल डेस्क, सतना। रामपुर अस्पताल में स्टाफ नर्स की लापरवाही के बाद कोख में वच्चे की मौत के मामले में जांच टीम ने प्रतिवेदन CMHO को सौंप दिया है। जांच में पाया गया है कि स्टाफ नर्स अमिता कुशवाहा द्वारा प्रसूता के इलाज में गंभीर लापरवाही की गई है, लिहाजा CMHO डॉ अशोक अवधिया ने स्टाफ नर्स की एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए हैं। लापरवाही की हद यह है कि संगीता की बगैर जांच किए ही रीवा रेफर किया गया था, जबकि रामपुर अस्पताल में आसानी से उसकी डिलेवरी कराई जा सकती थी।

इतना ही नहीं स्टाफ नर्स प्रभारी रंजना पांडेय ने भी अमिता को बचाने के लिए मेटरनिटी विंग में मौजूद संगीता की केसशीट में छेड़खानी की, लिहाजा रंजना से भी जवाब-तलब किया गया है। बताया गया है कि इस मामले की जांच डीएचओ डॉ विजय आरख, डॉ जसपाल बीना एवं DPHNO उमा वर्मा को सौपी गई थी।

क्या था मामला
उल्लेखनीय है कि 12-13 जून की दरमियानी रात बांधा निवासी संगीता पत्नी अशोक नामदेव को प्रसव पीड़ा के बाद रामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्टाफ नर्स अमिता गर्भवती को भर्ती कर कमरे के दरवाजा अंदर से बंद कर सो गई थी। हालत गंभीर होने पर बगैर जांच किए संगीता को रीवा रेफर कर दिया था। रास्ते में डिलेवरी के दौरान मृत बच्चा पैदा हुआ था। इस मामले में परिजन ने CMHO से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की थी।

नाइट ड्यूटी से गायब
इस मामले में ड्यूटी डॉक्टर की भी लापरवाही सामने आई है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक 12 जून को डॉ संजय शुक्ला की नाइट ड्यूटी थी, लेकिन वह अस्पताल से गायब थे। मेडिकल ऑफीसर की इस लापरवाही को जांच टीम ने गंभीर लापरवाही बताया गया है। प्रतिवेदन के आधार पर CMHO ने डॉ संजय शुक्ला को भी शोकाज नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सभी के जवाब आने के बाद आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।

 

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