बाघों से छेड़खानी कर रहे हैं दबंग, वन्यप्राणियों के लिए मुसीबत बना कारीडोर
बाघों से छेड़खानी कर रहे हैं दबंग, वन्यप्राणियों के लिए मुसीबत बना कारीडोर
डिजिटल डेस्क, उमरिया। परासी से ताला बांधवगढ़ गेट तक अच्छादित वन क्षेत्र में रह रहे वन्यजीवों के आराम में कुछ लोग जान बूझकर खलल डाल रहे हैं। अक्सर देर शाम लग्जरी वाहन मूवमेंट वाली जगह में खड़े मिल जाएंगे। फिर नियम तोड़कर ये लोग चीतल से लेकर बाघ तक को चार्ज करने (हमला) के लिए खतरनाक दावत देते हैं। इस संबंध में कुछ वन्यजीव प्रेमियों ने सीसीएफ से शिकायत भी की है। दूसरी ओर पार्क प्रबंधन हरकत में आते हुए मुंशी व चौकीदारों की ड्यूटी तो लगा रखी है, लेकिन वे लोग पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा पाने में अक्षम प्रतीत हो रहे हैं।
ये हैं स्थल, जहां है खतरा
शिकायत में बताया गया है कि परासी से ताला बांधवगढ़ गेट तक तकरीबन 10-15 किमी का क्षेत्र घने पेड़ पौधों से अच्छादित जंगली इलाका है। रोड के दोनों ओर बाघ से लेकर अन्य वन जीवों के मूवमेंट के गलियारे हैं, जहां प्रतिदिन अक्सर ये लोग सड़क पार करने के लिए उपयोग करते हैं। भद्रशिला तालाब, वाच टॉवर, ददरा कैम्प, ठुड्डीपुल यह ऐसे पाइंट्स हैं, जहां घटनाओं का खतरा ज्यादा है।
इस तरह होती है छेड़खानी
आरोपित किया गया है कि इसी परिधि के भीतर भद्रशिला तालाब के पास से लेकर अन्य संवदेनीशल सड़क कारीडोर में कुछ लोग जानबूझ कर हस्तक्षेप करते हैं। सालों से जमे टाईगर रिजर्व अफसरों से जुड़े ये लोग चौकीदार से लेकर बीटगार्ड जैसे अफसरों की आपत्ति युं ही हवा में उड़ा देते हैं। शिकायत में यहां तक बताया गया है कि पिछले दिनों 29 अप्रैल को एक ऐसे ही लग्जरी कार में उमरिया के चिन्हित लोग बाघ से छेड़खानी कर रहे थे। इतने में बाघ ने चार्ज कर दिया था। गनीमत रही कि ये लोग बाघ के जबड़े में आने से बच गए। नहीं तो अपने साथ विदेशी पर्यटकों की जान भी आफत में डाल देते। इसी दिन आगे ठुड्डी पुल में एक शावक को कई गाड़ियां घेरकर फोटो ले रहीं थी।
पीओआर का प्रावधान
उक्त क्षेत्र में वन अधिनियम के उल्लंघन को लेकर कानून के जानकारों का कहना है ऐसी स्थिति में संबंधित के विरुद्ध पीओआर काटने तक की कार्रवाई हो सकती है। साथ ही मानीटरिंग के लिए डिप्टी रेंज स्तर के अफसर की तैनाती आवश्यक है। पहले यहां चौकीदार व एक गश्ती दल रहता है। शिकायत के बाद टीपीएफ के जवान भी मुस्तैद किए गए। फिर भी इन रसूखदार लोगों पर वन अधिनियम का प्रकरण नहीं बन पाया है।
वन्यजीवों का बना रहता है मूवमेंट
धमोखर से शुरू होने वाली वन सीमा से यह इलाका ताला, मगधी रेंज में आता है। इस क्षेत्र में भीम टी-22 नामक बाघ की हुकूमत चलती है। इसके अलावा महामन फीमेल और उसके 4 शावक हर समय मूवमेंट में रहते हैं। इनके अलावा सड़क के दोनों ओर गौर(बायसन) भी अक्सर पर्यटकों को लाइव होते हैं। ज्ञात हो कि यह बाघ बांधवगढ़ के आकर्षक व शक्तिशाली समूह की श्रेणी में है।
इनका कहना है
वहां पुल के नीचे के पानी में टाईगर लगातार आ रहा है। सुरक्षा को देखते हुए हमने सुरक्षा व स्टॉफ की उपस्थिति बढ़ा दी है। चूंकि पर्यटक 6.30 बजे घूमकर बाहर आ जाते हैं। इसलिए ऐसे चिन्हित क्षेत्रों में भीड़ लग जाती है। इस पर रोक लगाने हम वहां वायरलेस के साथ 3-4 आदमी नजर रखने के लिए लगा चुके हैं। लोकल लोगों को खासकर सहयोग के लिए समझाईश दे रहे हैं।
एके जोशी, प्रभारी संचालक बीटीआर व सीसीएफ शहडोल