बगिया में लहलहा रही थी गांजा की खेती , 5 लाख के 75 हरे पेड़ जब्त 

बगिया में लहलहा रही थी गांजा की खेती , 5 लाख के 75 हरे पेड़ जब्त 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-23 08:15 GMT
बगिया में लहलहा रही थी गांजा की खेती , 5 लाख के 75 हरे पेड़ जब्त 

डिजिटल डेस्क, सतना। मादक पदार्थों की खेत, तस्करी व बिक्री के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बरौंधा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने जवारिन में छापा मारकर गांजा की खेती का खुलासा कर दिया। मौके से आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

वजन 65 किलो 15 सौ ग्राम

उक्त जानकारी देते हुए टीआई केएस टेकाम ने बताया कि  मुखबिर के जरिए जवारिन में गांजा के पेड़ लगे होने की पुख्ता सूचना मिली थी, जिस पर तुरंत सहयोगियों को लेकर गांव पहुंच गए और  श्यामबिहारी पाठक पुत्र रामसुख पाठक 50 वर्ष के घर की तलाशी ली तो बगिया में गांजा के 75 हरे पेड़ लगे मिले। तब पुलिस कर्मियों व मजदूरों की मदद से पेड़ों को उखड़वाकर तौल कराई गई तो वजन 65 किलो 15 सौ ग्राम निकला। वहीं मादक पदार्थ की कीमत साढ़े 5 लाख रुपए आंकी गई। मौके से आरोपी श्यामबिहारी को भी पकड़ लिया गया, जिसने पूछताछ में बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व उसने गांजा के पेड़ लगाए थे। आरोपी के विरुद्ध 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत कायमी कर जांच की जा रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि आरोपी कब से मादक पदार्थ की खेती और तस्करी में लिप्त था। इस कार्रवाई एएसआई रामबालक, प्रधान आरक्षक गणेश रावत, आरक्षक रामसखा, सुखेन्द्र, सुरेन्द्र, जितेन्द्र व अभय कुमार ने अहम भूमिका निभाई।

एक दशक बाद पकड़ाया डकैत गुड्डा का साथी

तेरह वर्ष पूर्व पोखरवार में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए डकैत गुड्डा पटेल का एक साथी लम्बे समय तक चकमा देने के बाद नयागांव पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उक्त जानकारी देते हुए टीआई संतोष तिवारी ने बताया कि मुठभेड़ में सरगना सहित 3 डकैत मार गिराए गए थे, जबकि अन्य फरार हो गए थे। इन्हीं में कंधीलाल पुत्र रामविशाल 62 वर्ष भी शामिल था। कई सालों तक वह बाहर रहकर गिरफ्तारी से बचा रहा और जब मामला ठंडा पड़ गया तो चुपचाप वापस आकर छीरपुरवा में ठिकाना बना लिया। हाल ही में नए सिरे से ऐसे अपराधियों की तलाश शुरू की गई जो सालों से फरार चल रहे थे। इसी दौरान मुखबिर के जरिए कंधीलाल के बारे में भी पता चला तो गुरुवार शाम को दबिश देकर पकड़ लिया गया। आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास, रंगदारी, मारपीट व आम्र्स एक्ट के दो अपराधों में वर्ष 2009 और 2012 से स्थायी वारंट लंबित थे। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है। डकैत के खिलाफ उत्तरप्रदेश में भी कई मुकदमें पंजीबद्ध हैं। वह पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ों में भी शामिल था। 

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