अस्पताल में घायल दंपति से मांगे रुपए, नहीं मिले तो कर दिया डिस्चार्ज

अस्पताल में घायल दंपति से मांगे रुपए, नहीं मिले तो कर दिया डिस्चार्ज

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-30 07:27 GMT
अस्पताल में घायल दंपति से मांगे रुपए, नहीं मिले तो कर दिया डिस्चार्ज

डिजिटल डेस्क सतना। अक्सर विवादों का केन्द्र बनने वाले जिला अस्पताल के एक डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ पर गंभीर रुप से घायल दम्पति से 4400 रुपए मांगने और मांग पूरी न होने को जबरन डिस्चार्ज करने का आरोप लग रहा है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने आरोपो से साफ इंकार किया है।
क्या है मामला
नागौद थाना क्षेत्र के रेरुआ नईबस्ती निवासी दयाराम चौधरी पुत्र दशरथ 32 वर्ष का बड़ा भाई समयलाल चौधरी अपने दोस्त दिनेश चौधरी के साथ शराब पीकर 27 दिसम्बर की रात करीब 9 बजे घर के बाहर खड़े होकर गाली-गलौज कर रहा था। तब दयाराम ने निकालकर गाली देने से मना किया तो दोनों आरोपियों ने कुल्हाड़ी और डंडे से हमला कर दिया। इनका शोर सुनकर उसकी पत्नी सोमवती 28 वर्र्ष बीच-बचाव करने आई तो आरोपियों ने उस पर भी हमला कर दिया। दोनों को घायल कर आरोपी भाग निकला। तब पीडि़ता ने डायल 100 पर फोन किया तो गांव पहुंची पुलिस ने दोनों को नागौद अस्पताल पहुंचा दिया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां पर युवक को सर्जिकल वार्र्ड 1 में 15 नम्बर बेड पर भर्ती किया गया जबकि महिला को वार्र्ड 5 में रखा गया।
युवक ने लगाया आरोप
हमले में घायल दयाराम का आरोप है कि यहां पर दो दिन तक ठीक से उपचार नहीं किया गया। गुरुवार शाम को डॉ.बीएल पटेल आए और कहा कि दोनों लोग 4400 रुपए का इंतजाम करो तो अच्छे से इलाज हो जाएगा। लेकिन वह इतनी रकम नहीं दे पाया । नतीजतन शुक्रवार सुबह नर्सो ने जबरन डिस्चार्ज कर वार्ड से निकाल दिया तो पति-पत्नी ओपीडी हाल में आकर बैठ गए।
विवाद बढ़ा तो फिर से भर्ती किया
मरीजों से रुपए मांगने और जबरन छुट्टी करने की खबर फैलते ही कुछ जनप्रतिनिधि व मीडिया कर्मी अस्पताल पहुंच गए सभी लोगों ने सिविल सर्जन से मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन वे अस्पताल में नहीं थे। काफी देर तक चले हंगामे के बाद घायल दंपति को फिर से भर्ती कर लिया गया पर इस विवाद ने जिला अस्पताल की व्यवस्था पर बट्टा लगा दिया।
नहीं मांगे रुपए, जिद कर भर्ती हुए दंपति
वहीं डॉक्टर बीएल पटेल ने मरीजों से रुपए मांगने के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि दोनों का ठीक ढंग से उपचार किया गया और हालत ठीक होने पर छुट्टी कर दी गयी थी। लेकिन पति-पत्नी कुछ और दिन भर्ती रहना चाहते थे लिहाजा फिर से भर्र्ती कर लिया गया।

 

Similar News