बाबुओं के लिए कमाई का जरिया बनी मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना, 40 फर्जी पकड़े गए

बाबुओं के लिए कमाई का जरिया बनी मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना, 40 फर्जी पकड़े गए

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-30 08:10 GMT
बाबुओं के लिए कमाई का जरिया बनी मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना, 40 फर्जी पकड़े गए

डिजिेटल डेस्क, सतना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तीर्थदर्शन योजना बाबुओं के लिए कमाई का जरिया बन गई है। बुधवार को तिरुपति बालाजी के लिए निकली यात्रा में सतना के 40 बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा फर्जी निकली। ये फर्जी तीर्थ यात्री दूसरों की टिकट पर परिचय पत्र में अपनी-अपनी फोटो चस्पा कर यात्रा कर रहे थे। यह फर्जीवाड़ा उस समय पकड़ में आया जब टिकट और परिचय पत्र का मिलान करने वाले कर्मचारी ने बारीकी से जांच की।

कौन कर सकता है यात्रा
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति को मप्र का मूल निवासी होना चाहिए। ऐसे व्यक्ति की आयु 60 वर्ष से ऊपर होनी चाहिए और योजना के अंतर्गत पूर्व में तीर्थ यात्रा नहीं की हो, वे निर्धारित प्रारूप में आवेदन दो प्रतियों में संबंधित तहसील कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। आवेदन-पत्र हिन्दी में ही भरा होना चाहिए। आवेदन के साथ 3.5 x 3.5 सेंटीमीटर आकार का नवीनतम फोटो, निवास संबंधी साक्ष्य के रूप में राशनकार्ड, ड्रायविंग लाइसेंस, विद्युत देयक, मतदाता पहचान पत्र में से किसी एक दस्तावेज तथा आयु संबंधी दस्तावेज की छायाप्रति संलग्न करना आवश्यक है। 65 साल से ज्यादा उम्र वाले तीर्थयात्रियों के साथ एक सहायक भी जा सकता है। पति-पत्नी के साथ यात्रा करने पर सहायक ले जाने की सुविधा नहीं है। सहायक का आवेदन भी आवेदक के साथ ही जमा किया जाता है।

दो दिन पहले गई थी ट्रेन
गौरतलब है कि तिरुपति बालाजी यात्रा के लिए जिले में 264 यात्रियों का चयन किया गया था। जिसके मुकाबले महज 230 यात्री ही रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। यात्रा के दौरान रानीगुंटा में जब यात्रियों की टिकट की बारीकी से चेकिंग की गई तो पता चला कि करीब 40 व्यक्ति ऐसे हैं जो दूसरों की टिकट पर सरकार द्वारा जारी परिचय पत्र में अपनी फोटो लगाए थे। फर्जी यात्रियों से तहसील स्तर के कर्मचारियों ने जमकर वसूली की है। फर्जी यात्रियों ने कैमरे में खुद कुबूल किया कि उन्होंने यात्रा के लिए बाबुओं को 500 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक दिए हैं। अमरपाटन ब्लॉक से 20 यात्री फर्जी यात्रा करते पाए गए तो रामनगर से 12, सतना से 6 और अन्य जगह से 2 यात्रियों की टिकट और परिचयपत्र में असमानता पाई गई।

फर्जी यात्रियों की टिकटें जब्त
जांच अधिकारी ने 40 फर्जी यात्रियों के टिकट जब्त लिए। डिप्टी कलेक्टर और यात्रा प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि इन यात्रियों को टिकट समेत कलेक्टर मुकेश शुक्ला के समक्ष पेश किया जाएगा। सभी यात्रियों के बयान कलमबद्ध होंगे कि आखिरकार उन्होंने किस कर्मचारी को इस यात्रा के लिए कितना पैसा दिया है।

इनका कहना है
यह मामला मेरी संज्ञान में भी आया है। मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुकेश शुक्ला, कलेक्टर

 

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