राष्ट्रीय महासचिव को वीआईपी कोटा नहीं मिलने से बिफरी कांग्रेस

राष्ट्रीय महासचिव को वीआईपी कोटा नहीं मिलने से बिफरी कांग्रेस

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-18 07:57 GMT
राष्ट्रीय महासचिव को वीआईपी कोटा नहीं मिलने से बिफरी कांग्रेस

डिजिटल डेस्क सतना। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव, मध्यप्रदेश में पार्टी की संगठन प्रभारी,पूर्व मंत्री और मुंबई में धरावी से विधायक वर्षा गायकवाड की वीआईपी कोटे से टिकट कंन्फर्म नहीं होने से आग बबूला कांग्रेस ने गुरुवार को यहां रेलवे के एरिया मैनेजर के कार्यालय में तूफान खड़ा कर दिया। पार्टी के जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा, शहर अध्यक्ष मकसूद अहमद, पीसीसी सदस्य और नगर निगम के पूर्व स्पीकर सुधीर सिंह तोमर, पूर्व पार्षद राजदीप सिंह मोनू के अलावा महिला विंग की उर्मिला त्रिपाठी और सविता अग्रवाल समेत बड़ी तादाद एरिया आफिस पहुंचे पार्टी पदाधिकारियों ने जमकर गुस्से का इजहार किया। पीसीसी मेंबर सुधीर सिंह तोमर ने कहा कि इस मामले में दोहरे मापदंड बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उनका इशारा सत्तारुढ़ भाजपा के माननीयों की ओर था। हालांकि इस मसले पर एरिया मैनेजर मृत्युजंय सिंह का पक्ष सुनने -समझने के बाद जल्दी ही हालात नियंत्रण में भी आ गए। 

एसी सेकंड में सतना से भोपाल की थी टिकट 
उल्लेखनीय है, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव, मध्यप्रदेश में पार्टी की संगठन प्रभारी वर्षा गायकवाड संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा के लिए हाल ही में 2 दिन के सतना प्रवास पर थीं। तय कार्यक्रम के तहत 15 मई को उन्हें रेवांचल एक्सप्रेस से यहां से भोपाल प्रस्थान करना था। उनके लिए एसी सेकंड का टिकट भी कटाया जा चुका था, लेकिन टिकट कन्फर्म नहीं होने के कारण कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने एरिया आफिस को वीआईपी कोटे से बर्थ आरक्षण की चिट्ठी भेजी।

इसी दिन कांग्रेस के एक अन्य पदाधिकारी के 2 रिश्तेदारों को भी एसी कोच में भोपाल के लिए सवारी करनी थी। बात तब बिगड़ गई जब कांग्रेस की मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री वर्षा गायकवाड की टिकट  कंन्फर्म नहीं हुई । ये अलग बात है कि कांग्रेस पदाधिकारी के दोनों रिश्तेदार टिकट कंन्फर्म कराने में कामयाब हो गए। जानकारों ने बताया कि ये अलग बात है कि जैसे-तैसे विधायक वर्षा गायकवाड को भी रेवांचल से ही भोपाल भेजा गया। 

आखिर,क्यों आई ये नौबत 
एरिया आफिस पहुंचे कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल के समक्ष एरिया मैनेजर मृत्युजंय सिंह ने बताया कि  वीआईपी कोटा के तहत बर्थ आरक्षण के लिए कांग्रेस की ओर से भेजा गया पत्र असल में स्पष्ट नहीं था। पत्र में पीएनआर और पद का जिक्र तो था  लेकिन न पद के साथ यात्री के नाम का उल्लेख था और न ही विधायकों को कोटा सुविधा के लिए अलाट किए जाने वाले आरटीसी कूपन नंबर का ही जिक्र था। कोटा आरक्षण के लिए एरिया कार्यालय को भेजे गए पत्र के स्पष्ट नहीं होने के कारण ये नौबत आई।  

 

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