आईएफएससीए को गुजरात में ट्रांस्फर करने का फैसला खेदजनक- शरद पवार 

आईएफएससीए को गुजरात में ट्रांस्फर करने का फैसला खेदजनक- शरद पवार 

Tejinder Singh
Update: 2020-05-03 12:00 GMT
आईएफएससीए को गुजरात में ट्रांस्फर करने का फैसला खेदजनक- शरद पवार 

डिजिटल डेस्क,मुंबई। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्र सरकार से गुजरात के गांधीनगर में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) स्थानांतरित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है। पवार ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पवार ने कहा कि इस फैसले केवल देश का नुकसान नहीं होगा बल्कि मुंबई का महत्व कम करने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनामी होगी। इसलिए आईएफएससीए देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में ही स्थापित किया जाए। पवार ने कहा कि केंद्र सरकार का फैसला देश की आर्थिक राजधानी के रूप में मुंबई शहर के महत्व को कम करने के लिए लिया गया है। इस धक्कादायक फैसले से विश्व भर की कई वित्तीय संस्थाएं पीछे हट जाएंगी। आर्थिक संस्थाओं और व्यावसायिक घरानों को महाराष्ट्र से दूर करने का संदेश जाएगा। जिससे अनावश्यक राजनीतिक अस्थिरता पैदा होगी। राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि आईएफएससीए देश में सभी अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के नियमन करने वाली यूनिफाइड एजेंसी है। मुंबई देश की आर्थिक, व्यवसायिक निवेश की दृष्टि से यहां पर आईएफएससीए स्थापित करने के लिए सर्वोत्तम स्थान है। सभी व्यापारी समुदाय, बैंकर्स और अन्य वित्तीय संस्थाओं की मानसिकता को ध्यान में रखते हुए आईएफएससीए के लिए मुंबई का चयन उपयुक्त साबित होगा। 

पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री अंतिम फैसला करने से पहले सांख्यिकी की पुष्टि कर लें। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के 23 अप्रैल 2020 के आंकड़ों के अनुसार भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में 145 लाख करोड़ रुपए जमा हैं। इसमें अकेले महाराष्ट्र का हिस्सा 22.08 प्रतिशत , दिल्ली 10 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 7.8 प्रतिशत, कर्नाटक 7.2 प्रतिशत और गुजरात 5.4 प्रतिशत है। हर बैंक को गवर्नमेंट सिक्योरिटी के रूप में 18 प्रतिशत एसएलआर आरक्षित रखना पड़ता है। सरकारी सिक्योरिटी के माध्यम से केंद्र सरकार को 26 लाख करोड़ रुपए निधि प्राप्त होती है। इसमें अकेले महाराष्ट्र का योगदान 5 लाख 95 हजार करोड़ रुपए है जबकि गुजरात का योगदान महज 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपए है। सरकारी सिक्योरिटी में महाराष्ट्र का अपार योगदान होते हुए भी गजरात में आईएफएससीए स्थानांतरित करने का फैसला एकदम गलत और अयोग्य व अनावश्यक है। पवार ने कहा कि मुझे आशा है कि प्रधानमंत्री राज्य स्तर की राजनीति को किनारे रखकर तार्किक व न्याय संगत फैसला करके राष्ट्रीय मुद्दे को महत्व देंगे। मुझे उम्मीद है कि वह मेरे पत्र की भूमिका और भावना समझकर आईएफएससीए मुंबई में स्थापित करने का विचार करेंगे। 

भाजपा पवार की भूमिका से सहमत-शेलार 

भाजपा के विधायक आशीष शेलार ने कहा कि पवार ने मुंबई में आईएफएससीए स्थापित करने की भावना व्यक्त की है। भाजपा पवार के विचार से सहमत है। शेलार ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से साल 2015 में मुंबई में आईएफएससीए स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजा था यह प्रस्ताव अभी भी केंद्र सरकार के पास प्रलंबित है। महाराष्ट्र के सभी दलों को मिलकर प्रयास करना चाहिए कि केंद्र सरकार प्रलंबित प्रस्ताव को मंजूर करें। यह समय की जरूरत है। शेलार ने दावा किया कि कांग्रेस और शिवसेना ने समय पर अपनी भूमिका नहीं निभाई। इसलिए मुंबई वासियों को नुकसान हुआ है।  

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