बिजली मंत्री के कार्यक्रम में ही नहीं थी बिजली, जनरेटर से चलाया काम

बिजली मंत्री के कार्यक्रम में ही नहीं थी बिजली, जनरेटर से चलाया काम

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-22 07:34 GMT
बिजली मंत्री के कार्यक्रम में ही नहीं थी बिजली, जनरेटर से चलाया काम

डिजिटल डेस्क सतना। उप चुनाव के मुहाने पर खड़े चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत गांवों में पहुंचे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री मंच से प्रदेश के बिजली के मामले में आत्मनिर्भरता और सरप्लस उत्पादन का बखान करते रहे लेकिन खुद उनके इन कार्यक्रमों के दौरान ही बिजली गुल रही। तुर्रा,हिरौंदी के बाद पिंडरा में भी बिजली मंत्री का स्वागत भी जेनरेटर के भरोसे ही हो पाया।
ऊर्जा मंत्री पारस चंद जैन के आगे भी न तो बिजली अपनी आदत से बाज आई और न बिजली अफसर उसे सम्हाल पाए। सरप्लस बिजली उत्पादन और व्यापक विद्युतीकरण के दावों के बीच मंत्री श्री जैन के तीन कार्यक्रमों में कहीं भी बिजली के दर्शन नहीं हुए। ग्रामीण भी इस बात पर चुटकियां लेकर कहते रहे कि सरप्लस चाहे जितनी हो ,हम नही जानते,हमे तो मिलती नही है। अच्छा हुआ कि आज बिजली मंत्री के सामने भी बिजली और बिजली वालों का रवैया खुल गया ।
नही दिखे प्रशासनिक अधिकारी-
बुधवार को जवारिन में शिविर के दौरान प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे और तहसीलदार जितेंद्र वर्मा के बीच हुई हॉट टॉक के बाद गुरुवार को ऊर्जा मंत्री श्री जैन के कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी नजर नही आये । सिर्फ सुरक्षा बल और बिजली कंपनी के अफसर ही उनके साथ  दिखाई पड़े । कैबिनेट मिनिस्टर होने के नाते प्रोटोकॉल के लिहाज से भी सरकारी अमले की गैरमौजूदगी लोगों के बीच चर्चा का विषय रही ।लोग इसे कल मंत्री और तहसीलदार के बीच हुई तल्ख बयानी से भी जोड़ कर देखते रहे । हालांकि एक कारण चित्रकूट में चल रहे अमावस्या मेले को भी माना जाता रहा । बाद में एसडीएम,तहसीलदार ने हिरौंदी में मंत्री श्री जैन को अटैंड किया ।
खाली पंडाल, मंत्री को करना पड़ा इंतजार-
तुर्रा में जनसंवाद कर के हिरौंदी पहुंचे बिजली मंत्री पारस चंद जैन को खाली पंडाल में बैठ कर इंतजार करना पड़ा । मंत्री तो आ गए लेकिन उन्हें सुनने जनता नही पहुंची। भाजपाइयों के बीच काफी देर तक बैठे रहे मंत्री जी के सामने व्यवस्थाएं भी दुरुस्त होती रही। माइक टेस्टिंग चलती रही ताकि मंत्री जी के आगमन की सूचना देने के लिए लाउड स्पीकर चालू हो सके।
बिजली नहीं लेकिन आ रहे हैं बिल -
शाम के वक्त जेनरेटर जनित ऊर्जा के प्रकाश में बैठ कर जनसंवाद कर समस्याएं निपटा रहे ऊर्जा मंत्री के सामने शिकायत यह भी आई कि पडवनिया पंचायत में लोगों को बिजली तो नहीं लेकिन बिल जरूर मिल रहे हैं।जिला पंचायत सदस्य संजय कुमार ने मंत्री श्री जैन को बताया कि अभी गांव में तार नहीं खिंची है लेकिन बिजली के बिल बीते दो वर्षों से लगातार आ रहे हैं। यह स्थिति पडवनिया जागीर ,पडवनिया कोठार ,कडियन व रामनगर  के अलावा भी कई गांवों में है जहां बिजली के बिल तो मुसीबत बने हैं लेकिन बिजली फिर भी नहीं मिल रही। मंत्री श्री जैन ने आश्वस्त किया कि काम जल्दी पूरा कराया जाएगा और जांच करा कर बिलों के बारे में भी निर्णय लिया जाएगा।  

 

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