कर्मचारी ने ही बबुली गेंग के डकैत के साथ मिलकर की थी पेट्रोल पंप में लूट - 4 आरोपी गिरफ्तार

कर्मचारी ने ही बबुली गेंग के डकैत के साथ मिलकर की थी पेट्रोल पंप में लूट - 4 आरोपी गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-05 08:42 GMT
कर्मचारी ने ही बबुली गेंग के डकैत के साथ मिलकर की थी पेट्रोल पंप में लूट - 4 आरोपी गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क सतना। कोलगवां थाना अंतर्गत गहरानाला के पास संचालित पेट्रोल पंप से 85 हजार की लूट का मास्टर माइंड वहां कार्यरत सेल्समैन ही निकला, जिसने दुर्दांत डकैत बबुली कोल के गैंग में रहे बदमाश के साथ मिलकर वारदात का प्लान बनाया था। इस सनसनीखेज घटना से पर्दा उठाते हुए पुलिस ने 4आरोपियों को गिरफ्तार कर दो बाइक, कट्टा, बका और नगदी बरामद कर ली है। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि 25 फरवरी को सुबह तकरीबन 4 बजकर 2 मिनट पर बाइक से आए दो नकाबपोश बदमाशों ने पेट्रोल पंप के कार्यालय में घुसकर कट्टा और बका के दम पर 84 हजार 950 रुपए लूट लिए। इस घटना की सूचना सेल्समैन अंगद मिश्रा से मिलने पर धारा 394 का अपराध दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई।
पुलिस ने पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से पूछताछ और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो पता चला कि वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक नीले रंग की सीटी 100 है, जिसके पीछे का एक इंडिगेटर टूटा था। इस गाड़ी को लूट के बाद शहर के बाहर जाते नहीं देखा गया। ऐसे में पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय किया तो यह बात सामने आई कि लुटेरों की गाड़ी से मिलती-जुलती बाइक पेट्र्रोल पंप के कर्मचारी अजीत सोनी पुत्र रामप्रसाद सोनी 35 वर्ष निवासी सिद्धार्थ नगर के पास भी है, तब उसकी निगरानी बढ़ाते हुए साइबर सेल के जरिए मोबाइल की सीडीआर निकाली गई तो उसकी कॉल लिस्ट में नारायण कुमार गुप्ता पुत्र विजय गुप्ता 25 वर्ष निवासी शिव कॉलोनी का नाम मिला, जो मारे जा चुके गैंग लीडऱ बबुली कोल के साथ मिलकर वर्ष 2018 में फिरौती के लिए धारकुंडी थाना क्षेत्र से अपहरण की वारदात कर चुका था, और कुछ दिन पूर्व ही जेल से छूटा था। पुलिस ने इस कनेक्शन को देखकर फौरन अजीत को हिरासत में ले लिया और कड़ाई से पूछताछ की तो उसने लूट की प्लानिंग का खुलासा करते हुए बताया कि वह काफी समय से पंप में काम कर रहा था, जहां बड़ी रकम की आवक होती थी, पैसे देखकर लालच आ गया था।
 और फिर करीबी मित्र नारायण से चर्चा किया जो उसे बाइक क्र मांक एमपी 53 एमजी- 1631से अक्सर पेट्रोल पंप तक छोडऩे और लेने आता था। योजना के मुताबिक नारायण ने अलग-अलग गाडिय़ों से कई दिनों तक रेकी कर वारदात के लिए ऐसा रास्ता चुना, जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे। पुलिस की नजर से बचने के लिए खुद लूट करने की बजाए सिविल लाइन क्षेत्र के अमौधा निवासी कपिल उर्फ विपिन अहिरवार पुत्र श्यामकिशोर अहिरवार 25 वर्ष और राजू सिंह पुत्र सदानंद सिंह 42 वर्ष निवासी पतेरी को प्लान में शामिल कर लिया। 25 फरवरी को योजना के मुताबिक अजीत रात 9 बजे ड्यूटी पर पहुंच गया, जबकि तकरीबन 2 बजे कपिल और राजू को घर बुलाकर नारायण ने प्लान समझाते हुए सुबह 4 बजे अजीत की बाइक से रवाना कर दिया। तब बदमाश पंप पर पहुंचे और अंदर घुसकर काउंटर में बैठे अंगद पर कट्टा तान लिया तो जानबूझकर नीचे लेटे अजीत सोनी को लात मारी। अंतत: 40 सेकंड में 85 हजार रुपए लूटकर बदमाश भाग निकले। पुलिस ने कडिय़ां जुडऩे पर नारायण, कपिल और राजू को भी गिरफ्तार कर 315 बोर का कट्टा, एक जिंदा कारतूस, लोहे का बका, दो मोटर साइकल और 115 हजार नगदी बरामद कर लिया है। 
टीम में ये रहे शामिल
लूट की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करने में थाना प्रभारी के साथ एसआई श्रीराम सनोढिया, डीआर शर्मा, आशीष दुबे, एएसआई देवनारायण उपाध्याय, प्रधान आरक्षक शशिकांत पयासी, आरक्षक विपिन सोंधिया, वाजिद खान, बृजेश सिंह, अजीत सिंह, देवेन्द्र सेन, रमाकांत तिवारी, प्रवीण तिवारी, राहुल सिंह, दिलीप द्विवेदी, उपेश पाठक, अजीत मिश्रा, संजय यादव, कमलाकर सिंह, विकास सिंह, अंकेश वर्मा, रामानुज शर्मा, सैनिक ओमप्रकाश द्विवेदी, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, एएसआई दीपेश पटेल, प्रधान आरक्षक आरके पटेल, आरक्षक संदीप सिंह, विपेन्द्र मिश्रा, असलेन्द्र सिंह और पूर्णेश पाण्डेय शामिल थे।
 

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