सूखे का डर : उमरिया के 18 जलाशय अभी भी आधे खाली

सूखे का डर : उमरिया के 18 जलाशय अभी भी आधे खाली

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-02 09:07 GMT
सूखे का डर : उमरिया के 18 जलाशय अभी भी आधे खाली

डिजिटल डेस्क,उमरिया। प्रदेश सरकार ने जिले को अल्प बारिश वाले जिलों की श्रेणी में शामिल किया है। अब जलाशयों के जलस्तर से भी अच्छी खबर नहीं है। अभी तक हुई 398.70 मिमी बारिश से 18 प्रमुख बांध सिंचाई परियोजना में 58.6 मिमी जल भराव बाकी है। यानि 41.40 प्रशिशत पानी भरना बाकी है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगस्त के अंत में जिले की बारिश 980.5 औसम सामान्य तक पहुंचनी चाहिए थी। इस लिहाज से अभी तक महज 398.70 बारिश हो सकी है।

शुक्रवार को आयोजित जल उपयोगिता समिति की बैठक में कलेक्टर ने घटते जल स्तर को देखते हुए आने वाले दिनों के लिए कार्ययोजना बनाई है। कलेक्टर ने कहा जलाशयों से खरीफ फसल के लिए जो पानी दिया गया है वह व्यर्थ न हो। ऐसी स्थिति में आगामी पेयजल एवं रबी फसल को दृष्टिगत रखते हुए फसल पकने हेतु एक बार पानी और दिया जाएगा। फसल अच्छी आने पर जलकर की वसूली भी कराएं ताकि नहर आदि के छोटे मोटे कार्य संथा निर्णय के उपरांत करा सकें। समस्त लघु एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं का विभागीय अधिकारी सतत निरीक्षण करें और यदि कहीं कमियां पाई जाएं तो उनके दुरूस्त कराने का कार्य उसी समय करें जिससे बड़ा नुकसान नही हो सके।

अब तक सिंचाई की स्थिति
जल संसाधन के मुताबिक जिले के 18 जलाशयों में खेती किसानी के लिए पानी छोड़ा जाता है। इनमे में उपयोगी जल भराव अब तक 41.40 प्रतिशत हो चुका है। इस सीजन खरीफ फसल में उमरार जलाशय से 362  हेक्टेयर, मछरार व्यपर्वतन से 35 हेक्टेयर, बरबसपुर जलाशय से 45 हेक्टेयर, कांचोदर जलाशय से 8 हेक्टेयर, ओदरी जलाशय से 75 हेक्टेयर, महरोई जलाशय से 40, जिंदा नाला व्यपर्वतन से 10, मानपुर व्यपर्वतन से 75, बमेरा जलाशय से 70 तथा गढपुरी जलाशय से 30 हेक्टेयर रकबे में बोई गई खरीफ फसल को पानी उपलब्ध कराया गया है।

जलाश्यों की स्थिति
विभाग के अनुसार उमरार जलाशय मे 57 प्रतिशत, महरोई में 35 प्रतिशत, चंदवार में 90, कोयलारी लघु जलाशय में 5 प्रतिशत, बमेरा जलाशय में 57 प्रतिशत, मुडगुड़ी जलाशय में 25 प्रतिशत, गढपुरी जलाशय में 61 प्रतिशत, बरबबसपुर जलाशय में 21 प्रतिशत, कन्नाबहरा जलाशय में 22 प्रतिशत, ओदरी जलाशय में  48 प्रतिशत, भौतरा जलाशय में 45 प्रतिशत,बरूहा जलाशय में 26 प्रतिशत, कोहका जलाशय में 42 प्रतिशत, बोदली जलाशय में 22, कांचोदर में 28 प्रतिशत तथा सेजनिया लघु जलाशय में 18 प्रतिशत जल भराव हुआ है।
 

Similar News