नहीं दिया किराया तो किया दुष्कर्म देह व्यापार की दलदल में धकेला
नहीं दिया किराया तो किया दुष्कर्म देह व्यापार की दलदल में धकेला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गरीबी में ठोकरें खा रही महिला को कदम दर कदम गरीबी की कीमत अपनी अस्मत देकर चुकानी पड़ी। घर का किराया नहीं दे सकी तो मकान मालिक ने इसके बदले उसकी आबरू से खेला, सिर पर चढ़ा कर्ज चुकाने के लिए हमदर्दी दिखाकर उसे पड़ोसी महिला ने देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया। जरीपटका क्षेत्र में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है।
मामले में पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी माणिक रामचंद्र शेवारे (53) लष्करीबाग और आशा भूषण शर्मा (50) लष्करीबाग निवासी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियाें को गिरफ्तार कर लिया है। जरीपटका थाने के उपनिरीक्षक वी पवार ने बताया कि पीड़ित महिला के साथ मकान मालिक ने दुष्कर्म किया। पीड़िता के बगल वाले कमरे में रहने वाली दूसरी किराएदार महिला ने कर्ज दिया। उसने इस कर्ज की रकम वसूलने के लिए पीड़िता को देह व्यापार की दलदल में धकेल दिया। जरीपटका पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मेहंदीबाग के बाबा खान से लिया था कर्ज
पुलिस सूत्रों के अनुसार सीताबर्डी निवासी 53 वर्षीय माणिक शेवारे को लश्करीबाग में पैतृक मकान में हिस्सा मिला है। इस मकान में उसने चार किराएदार रखे हैं। वह अपने परिवार के साथ सीताबर्डी में रहता है। लष्करीबाग के उसके इस मकान में 25 वर्षीय पीड़ित महिला पति और दो बच्चों के साथ रहती है। वह मूलत: बालाघाट की है। उसका पति मजदूरी करता है। महिला भी दूसरों के घरों में बर्तन मांजने का काम करती थी। महिला ने पुलिस को बताया कि मेहंदीबाग में रहने वाला बाबा खान नामक व्यक्ति उसका मुंहबोला भाई है। बाबा खान ने जरूरत पड़ने पर कई बार उसे कर्ज दिलाया था। पीड़ित महिला के कमरे के बगल में आशा शर्मा से जान पहचान हो गई। जरूरत पड़ने पर उसे आशा ने 10 हजार रुपए का कर्ज दिया। यह कर्ज उसने वापस कर दिया था। बाद में महिला और उसका पति बीमार हो गए। इस दौरान उन्हें 25 हजार रुपए की जरूरत पड़ गई। तब आशा ने मदद की। आशा से लिया गया कर्ज पीड़िता वापस नहीं कर पा रही थी।
मजबूरी का उठाया फायदा
आशा ने यह बात मकान मालिक माणिक शेवारे को बताई। शेवारे, आशा के साथ मिलकर उसे ज्यादा परेशान करने लगा। मकान मालिक ने किराए के पैसे के बदले में उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। उसकी खामोशी को देखकर मकान मालिक का मनोबल बढ़ गया। उसने कई बार पीड़िता की आबरू से खिलवाड़ किया। इधर आशा ने उस पर दी गई रकम वापस लौटाने के लिए दबाव बनाने लगी। आशा ने उस पर दबाव बनाकर उसे देह व्यापार की दलदल में झोंक दिया। वह अपनी रकम वसूलने के लिए उसे ग्राहकों के पास भेजने लगी। उसकी ज्यादती बढ़ी तो महिला ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उपनिरीक्षक पवार ने बताया कि आशा का देह व्यवसाय से जुड़े लोगों से संपर्क है, लेकिन उसके खिलाफ अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं है। यह पहला मामला सामने आया है कि वह पीड़ित महिला से देह व्यवसाय करवा रही थी।
लॉज में भेजती थी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आशा शर्मा उसे एक घंंटे के देह व्यवसाय के लिए 500 रुपए दिया करती थी, जबकि वह ग्राहकों से 2 से 4 हजार रुपए वसूलती थी। आरोपी शेवारे ने ही पहली बार पीड़ित महिला और आशा के बीच जान पहचान कराई थी। बाबा खान नामक व्यक्ति की इस मामले में क्या भूमिका है। इस दिशा में भी जांच शुरू कर दी गई है। आशा अक्सर पीड़िता को सीताबर्डी के कुछ लॉज में भेजती थी।