औसत से कम हुई बारिश, प्रशासन और किसानों की परेशानी बढ़ी

औसत से कम हुई बारिश, प्रशासन और किसानों की परेशानी बढ़ी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-07 14:40 GMT
औसत से कम हुई बारिश, प्रशासन और किसानों की परेशानी बढ़ी

डिजिटल डेस्क, उमरिया। एमपी में कम बारिश वाले जिलों में शामिल उमरिया के किसानों के लिए अच्छी खबर नहीं है। औसतन सामान्य से 1215 मिमी में अब तक 853 मिमी और औसत मात्र 400 मिमी होने के चलते नदी और नाले सूख रहें हैं। इस जलसंकट को देखते हुए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। बुधवार को प्रशासन की तरफ से राजस्व व ग्रामीण विस्तार अधिकारियों को गांव में सर्वे के निर्देश जारी हुए हैं। यह टीम कृषि के साथ पानी की उपलब्धता का आकलन करेगी।

मौसम विभाग के अनुसार जिले की औसत सामान्य बारिश में अगस्त के अंत तक 1201.6 मिमी वर्षा हो जाती है। जून से 4 महीने तक सर्वाधिक पानी जुलाई और अगस्त में गिरता है। लेकिन बादलों ने अभी तक झमाझम बारिश के लिए किसानों को तरसा रखा है। जिले में जून को औसत सामान्य वर्षा 168.7, जुलाई में 412, तथा अगस्त में 388.9 व सितंबर में 230.6 मिमी  रिकार्ड है। इसके मुकाबले अगस्त की स्थिति में जिले को महज 866.8 बारिश हुई है, इसमे औसत अब तक की बारिश 398.7 मिमी है। जबकि विभाग के अनुसार इतनी बारिश केवल अगस्त माह में ही होती थी। इस लिहाज से सूखा की प्रबल संभावना है।

कलेक्टर ने उप संचालक कृषि को निर्देशित किया है कि ग्रामीण विस्तार अधिकारियों एवं राजस्व विभाग के समस्त पटवारियों का संयुक्त दल बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में फसल, पानी आदि का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करे। उन्होंने कहा है कि तहसीलवार एवं फसलवार आकलन करते समय स्थानीय लोगों को अनिवार्य रूप से रखें ताकि पूरी पारदर्शिता बनी रहे। कलेक्टर माल सिंह ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग को निर्देशित किया है कि अवर्षा की स्थिति में गर्मी के सीजन तक नागरिकों एवं जानवरों को पानी की उपलब्धता बनी रहें।

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