अपहरण कर की शादी, बनाए संबंध, फिर पहुंचा दिया जेल
अपहरण कर की शादी, बनाए संबंध, फिर पहुंचा दिया जेल
डिजिटल डेस्क, सतना। मामला फिल्मी जरूर है, लेकिन मप्र के सतना जिले के एक युवक ऐसी साजिश रची की सभी के होश उड़ गए। युवक ने पहले युवती का अपहरण किया, फिर शादी कर ली। शादी करने के बाद संबंध भी बना लिए, लेकिन जब उसका युवती से दिल भर गया, तो उससे छुटकारा पाने के लिए पुलिस से मिली भगत कर युवती को चोरी के झूठे मामले में फंसा दिया। पीड़ित के परिजन अब न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
बताया जाता है कि रिश्ता ठुकराए जाने से भड़के युवक ने मैहर से युवती का अपहरण किया और महाराष्ट्र ले जाकर जबरन शादी कर ली। तीन माह तक दैहिक शोषण करने के बाद पीछा छुड़ाने के लिए पुलिस से मिलीभगत कर पीड़िता को चोरी के आरोप में जेल पहुंचा दिया। आरोपी की करतूत का खुलासा तब हुआ, जब जेल पुलिस ने युवती के पिता से संपर्क किया।
जानकारी के मुताबिक अप्रैल महीने में गांव से किसी काम के लिए मैहर आई 18 वर्षीय युवती को निरव नाकरानी 32 वर्ष निवासी गुजरात हाल संजय नगर जिला सांगली-महाराष्ट्र ने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर अगवा कर चार पहिया वाहन से अपने घर ले गया जहां डरा-धमकाकर शादी कर लिया और दैहिक शोषण करने लगा। इधर तमाम जगह तलाश करने के बाद लड़की के पिता ने मैहर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस से कोई मदद नहीं मिली।
परिजन जमानत कराकर लाए घर
27 अगस्त को सांगली जिले की संजय नगर पुलिस ने आरोपी निरव द्वारा दर्ज कराए गए प्रकरण में युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही उसके आग्रह पर मैहर में पिता को खबर दी। यह बात सुनकर हताश ग्रामीण के होश उड़ गए, उसने थाने में सूचित किया और परिजन के साथ सांगली जाकर 2 अगस्त 18 को न्यायालय से बेटी की जमानत करवाकर घर ले आया।
प्रधान आरक्षक ने दबाया मामला
इस मामले की जांच प्रधान आरक्षक सुशील सिंह द्वारा की जा रही थी। युवती को वापस लाने के बाद उसके पिता ने विवेचक को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया, लेकिन उसने जांच करने के बजाए दस्तयाबी कर लड़की को घर भेज दिया। तब से लेकर पीड़िता और उसके पिता ने कई जगह शिकायत की, पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
टीआई ने बदला विवेचक
5 महीने तक भटकने के बाद 18 जनवरी को पीड़िता और उसके पिता टीआई अशोक पांडेय से आपबीती सुनाई तो उन्होंने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया और लापरवाह प्रधान आरक्षक को कड़ी फटकार लगाई, साथ ही जांच का जिम्मा उपनिरीक्षक मिश्रा को सौंपकर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
ऐसे हुआ था संपर्क
पूछताछ में पता चला कि किसी रिश्तेदार के माध्यम से आरोपी निरव का रिश्ता मार्च 2018 में युवती के लिए आया था, पर तब वह नाबालिग थी। लिहाजा दोनों के उम्र में काफी अंतर होने से पिता ने इंकार कर दिया। इस बात से आरोपी भड़क गया और योजनाबद्ध तरीके से पूरी जानकारी जुटाने के बाद लड़की को अगवा कर लिया।