बंदूक समेत मझगवां पुलिस के हाथ लगा 15 वर्ष से फरार 10 हजार का इनामी दस्यु रेशमी 

बंदूक समेत मझगवां पुलिस के हाथ लगा 15 वर्ष से फरार 10 हजार का इनामी दस्यु रेशमी 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-29 08:38 GMT
बंदूक समेत मझगवां पुलिस के हाथ लगा 15 वर्ष से फरार 10 हजार का इनामी दस्यु रेशमी 

 डिजिटल डेस्क सतना। हत्या की कोशिश की 2 वारदातों , एक फारेस्ट गार्ड की सर्विस गन लूटने और फिरौती के लिए अपहरण समेत 9 वारदातों में सतना और पन्ना जिले के 3 थाना पुलिस को 15 वर्ष से वांछित 10 हजार के इनामी दस्यु रेशमी कोल उर्फ लाला उर्फ सोनू उर्फ आचार्य को मझगवां पुलिस ने 315 बोर की एक बंदूक के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इसके पास 3 जिंदा कारतूस भी मिले हैं। पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने बताया कि 27 नवंबर की शाम मझगवां पुलिस को ये कामयाबी बेलहा मोड़ पर उस वक्त मिली जब रेशमी जंगल के रास्ते अपने गांव बगरहा (थाना मारकुंडी-यूपी) जा रहा था। 
 कल्लू गोड़ गैंग का था राइट हैंड 
पुलिस के हत्थे चढ़ा 32 वर्षीय इनामी दस्यु रेशमी कोल पिता जमुना मूलत : उत्तर प्रदेश के मारकुंडी थाना क्षेत्र के बगरहा गांव का रहने वाला है। 18 वर्ष की उम्र में रेशमी ,तबके तराई में सक्रिय दस्यु सरगना कल्लू गोड़ के गिरोह में हजामत के लिए आया-जाया करता था। वर्ष -2004 में ये गिरोह का हार्ड कोर मेंबर बन गया। इसने इसी साल मझगवां थाना क्षेत्र के कैलाशपुर गांव में रिंकू और पंचम गुप्ता को फिरौती के लिए अगवा कर लिया। वर्ष 2005 में मझगवां थाने में इसी आरोपी के खिलाफ  तुर्रा निवासी मोतीलाल जायसवाल पर कातिलाना हमला करने का अपराध दर्ज किया गया। 
 सरगना की हत्या के बाद भाग गया था सूरत 
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक कल्लू गिरोह का राइट हैंड रेशमी कोल वर्ष 2005 में तराई में आतंक का पर्याय बन गया था। इसी वर्ष इसने मझगवां थाना क्षेत्र के गुझवा गांव से भाईलाल पयासी का अपहरण कर लिया। इस वारदात के बाद सिरसावन के जंगल में गिरोह की धारकुंडी पुलिस से मुठभेड़ हुई मगर गैंग बच निकला। इसके बाद डकैती की योजना बना रहे इसी गिरोह को मझगवां पुलिस ने घेरा तो कुछ सदस्य पकड़ में आए लेकिन रेशमी चकमा देकर भाग निकला। इसी बीच दस्यु सरदार कल्लू गोड़ की हत्या के बाद गिरोह बिखर गया। रेशमी कोल भी सूरत भाग गया। उसने नाम और हुलिया बदल कर महाराष्ट्र और यूपी के शंकरगढ़ में तकरीबन 3 वर्ष तक मजदूरी की।  
लूट ली थी फारेस्ट गार्ड की सर्विस गन 
तराई में पुलिस का प्रेशर कम होने पर वर्ष 2009 में रेशमी कोल एक बार फिर से अपने गांव लौटा और मारकुंडी थाना क्षेत्र के बड़ी पाटिन निवासी दस्यु सरगना पप्पू शुक्ला उर्फ महेन्द्र उर्फ मुस्लमान की गिरोह में शामिल हो गया। इसी वर्ष रशेमी ने पन्ना जिले के सिटी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मुटवा के जंगल में एक फारेस्ट गार्ड की 315 बोर की सर्विस गन लूट ली। पन्ना के ही कोतवाली क्षेत्र में आरोपी के खिलाफ कछार बांध के पास लूटपाट का भी अपराध दर्ज है। इसी वर्ष तागी पछीत के जंगल में मझगवां पुलिस के साथ गिरोह की मुठभेड़ हुई। जिसमें गिरोह का सरगना पप्पू पकड़ा गया मगर उसका राइट हैंड  रेशमी कोल एक बार फिर से भाग निकला। 
3 थानों में दर्ज हैं 9 संगीन अपराध 
मझगवां पुलिस के हत्थे चढ़े डकैत रेशमी उर्फ लाला उर्फ आचार्य के खिलाफ सतना जिले के 2 और पन्ना जिले के सिटी कोतवाली क्षेत्र में हत्या की कोशिश,लूट ,डकैती, अपहरण और आम्र्स एक्ट के 9 अपराध दर्ज हैं। रेशमी को आईपीसी की धारा 364(क) , 341, 294, 149, 506, 147, 148, 307, 399, 402, 395 और 392 के अलावा 11/13 एडी एक्ट तथा 25/27 आम्र्स एक्ट के तहत  अदालत में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है। 
इन्होंने निभाई अहम भूमिका 
 एसपी ने बताया कि 15 वर्ष से फरार 10 हजार के इनामी डकैत रेशमी कोल की गिरफ्तारी में मझगवां के थाना प्रभारी ओपी सिंह, एएसआई चक्रधर प्रजापति, आरक्षक अनुज सिंह, इष्टदेव दीक्षित, सीताराम रावत, राजेश यादव, रण विजय कुमार, प्रदीप कुमार , अंकित आर्मो, दीपक शर्मा और शिवकुमार यादव ने अहम भूमिका निभाई। आरोपी की गिरफ्तारी से पन्ना पुलिस को भी अवगत करा दिया गया है। 
 

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