प्रोजेक्ट मातृ सुरक्षा अभियान में दी गई दवाएं और परामर्श

लाल रिबन लगाकर महिलाओं की सेहत जांची प्रोजेक्ट मातृ सुरक्षा अभियान में दी गई दवाएं और परामर्श

Safal Upadhyay
Update: 2023-01-25 09:21 GMT
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डिजिटल डेस्क,सिवनी। मातृ मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से 16 श्रेणी की 1358 संकटमयी श्रेणी (हाई रिस्क) गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन कर इलाज किया गया। तीन दिन तक चले विशेष अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग  और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप  लगाकर मेडिकल चैकअप और पैथोलाजी जांच की गई। इसके अलावा उन्हें दवाएं भी दी गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिजीत पचौरी ने बताया कि 1358 अति जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं में से पहले दिन 453, दूसरे दिन 450 और तीसरे दिन 455 महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महिलाओं को महिला बाल विकास विभाग के स्टाफ  द्वारा कलाई पर लाल रिबन बांध कर स्वागत किया। इसके बाद खानपान के लिए उच्च गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने  और सेहत से जुड़ी जानकारियां दी गई।

इलाज के लिए किया गया रेफर

तीन दिवस चले प्रोजेक्ट मातृ सुरक्षा अन्तर्गत क्रिटिकल प्रकरण भी प्रकाश में आए। इसमें एपीएच के 11, पीपीएच के 6, ऑब्सट्रेटिक लेबर के 15, इक्लेम्सिया के 16, पीआईएच के 7, ट्रांसफर स्लाइस के 3 एवं प्लेसेंटा प्रीविया के 4 आदि जिन्हें प्रोजेक्ट के प्लान अनुसार उच्च स्तर की स्वास्थ्य फैसिलिटी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और जिला जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर में सभी महिलाओं का एचबी टेस्ट, शुगर, बीपी, सीबीसी, थायराइड पेट की जांच, ओजीटीटी, एचबीएसएजी एचसीवी, वीडीआरएल, एचआईवी का परीक्षण कर दवाएं दी गई। अभियान के तहत अब प्रति माह 19 से 21 तारीख  के बीच जोखिमग्रस्त गर्भवती महिलाओं के सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार के लिए अभियान चलाया जाएगा।

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