हाथों की मेहंदी सूखी भी नहीं थी उजड़ गया सुहाग, करंट लगने से दूल्हे की मौत

हाथों की मेहंदी सूखी भी नहीं थी उजड़ गया सुहाग, करंट लगने से दूल्हे की मौत

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-06 06:42 GMT
हाथों की मेहंदी सूखी भी नहीं थी उजड़ गया सुहाग, करंट लगने से दूल्हे की मौत

डिजिटल डेस्क, अमरावती । जिले के यावली शहीद में  दिल दहला देनेवाली घटना उजागर हुई। मंगलवार को एक अनाथ युवती के साथ 7 फेरे लेने के बाद बुधवार को गांव में आयोजित स्वागत समारोह के लिए दूल्हा तैयार होकर बाहर निकला। आंगन में विद्युत प्रवाहित वायर का करंट लगने से वह जमीन पर गिर पड़ा। इस घटना में उसके सिर पर गंभीर चोट लगी। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। जिससे स्वागत समारोह खुशी का मातम में बदल गई। 

जानकारी के मुताबिक यावली निवासी विक्रम पंजाबराव मेटकर (26) विगत कुछ माह से नागपुर के एक निजी कंपनी में कार्यरत था। विक्रम ने समाज को अच्छा संदेश देने के उद्देश्य से जिले की एक अनाथ लड़की से मंगलवार 4 जनवरी को विवाह किया। बुधवार को मेटकर परिवार व्दारा गांव के नागरिकों के लिए गुरुदेव मंदिर में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था। दूल्हा-दुल्हन के "नान्होराÓ (पारंपारिक विधि) होने के बाद विक्रम सज-धजकर अपने घर से कार्यक्रम स्थल पर जाने के लिए निकला।

विक्रम को लेने के लिए वाहन आने ही वाला था कि आंगन में उसे पानी की मोटर का वायर पड़ा हुआ दिखाई दिया। उसने किसी दुर्घटना को टालने के लिए उस वायर को जमा कर जब भीतर रखने के लिए गया, तब अचानक उस वायर का करंट लगने से विक्रम जमीन पर गिर पड़ा। उसके सिर पर गंभीर चोट लगने से उसने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। परिजन और नागरिकों ने विक्रम को तुरंत अस्पताल ले गए। लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माहुली जहांगीर के थानेदार हेमंत ठाकरे के मार्गदर्शन में पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर आकस्मिक घटना का मामला दर्ज किया है।

एकलौता पुत्र था विक्रम
सांप को पकड़कर जीवनदान देने का शौक रखने वाला विक्रम परिवार का एकलौता पुत्र था। बुधवार को मंदिर में भोजन के लिए पूरे गांव को न्यौता दिया गया था। भोजन शुरू ही होने वाला था कि विक्रम के साथ दु:खद घटना घटी। अभागन दुल्हन का परिवार बसने के पहले ही उजड़ गया।

शोकाकुल वातावरण में अंतिम संस्कार
विक्रम की मृत्यु की जानकारी आखिर तक उसकी मां और पत्नी को नहीं दी गई थी। अस्पताल में डाक्टरों व्दारा मृत घोषित करने के बाद विक्रम का शव जब घर ले जाया गया मातम छा गया। बुधवार की देर शाम शोकाकुल वातावरण में शादी में आए मेहमानों को अंतिम संस्कार में शामिल होना पड़ा। मेहमानों ने यह सोचा नहीं था कि जिसकी शादी में जा रहे हैं, उसी के अंतिम संस्कार में शामिल होना पड़ेगा।

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