नाबालिग बेटे ने की माँ के आशिक ही हत्या,माँ ने मिटाए साक्ष्य

 नाबालिग बेटे ने की माँ के आशिक ही हत्या,माँ ने मिटाए साक्ष्य

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-10 07:53 GMT
 नाबालिग बेटे ने की माँ के आशिक ही हत्या,माँ ने मिटाए साक्ष्य

डिजिटल डेस्क, सतना। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अहरी टोला में 35 वर्षीय पल्लेदार की हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई थी। इस सनसनीखेज वारदात को मृतक की प्रेमिका के नाबालिग बेटे ने अंजाम दिया था, जिसमें महिला ने सबूत मिटाने का काम किया था। पुलिस ने 48 घंटे के भीतर अंधी हत्या का खुलासा करते हुए मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया। 

क्या है मामला

गौरतलब है कि 6 जून की सुबह अहरी टोला में विश्राम यादव के खेत पर 35 वर्षीय युवक की लाश मिली थी, जिसका चेहरा पत्थर से कुचला गया था। मृतक की पहचान बबुआ उर्फ अजय कोल के रूप में की गई थी, जिसके पिता ने बताया था कि वह कटनी से 3 दिन पूर्व आया था। 5 जून की रात 8 बजे वह अपने छोटे पुत्र सतीष के साथ छत पर सोने चला गया था, लेकिन जब अगली सुबह उठा तो बबुआ कमरे में नहीं मिला। इसी बीच हल्ला मचने पर जब मौके पर गया तो अज्ञात लाश उसके बेटे बबुआ की निकली। पहचान होने पर हत्या का मुकदमा कायम कर जांच शुरू की गई। 

ऐसे सामने आई हकीकत 

कंट्रोल रूम में हत्याकांड का खुलासा करते हुए प्रभारी एसपी गौतम सोलंकी ने बताया कि परिजन व आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि बस्ती के सभी लोग लाश देखने आए थे, लेकिन सीताबाई पति मोतीलाल 35 वर्ष निवासी कोलान बस्ती और उसका 17 वर्षीय बेटा नहीं दिखा। उक्त नाबालिग से मृतक का पूर्व में झगड़ा भी हो चुका था। इस सुराग के आधार पर मां-बेटे के सभी रिश्तेदारों और परिचितों के घरों पर दबिश दी गई, तभी 9 जून की सुबह सीताबाई अपने ही घर में मिल गई जिसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अंधे कत्ल से पर्दा हटा दिया। आरोपी महिला ने बताया कि बबुआ अक्सर उसके घर आता था, लेकिन यह बात बेटे को पसंद नहीं थी। इसी के चलते दोनों के बीच कई बार वाद-विवाद हुआ था। झगड़े से बचने के लिए 5 जून की रात मृतक ने उसे विश्राम यादव के प्लॉट पर बुलाया था, जहां बेटा भी पीछे-पीछे पहुंच गया और बबुआ से झगड़ा करने लगा। इस दौरान जब युवक जमीन पर गिर गया तो नाबालिग ने जमीन पर पड़ा पत्थर उठाकर चेहरे पर पटक दिया। यह देखकर सीता ने भी दूसरे पत्थर से सिर कुचल दिया जिससे बबुआ की मौत हो गई, तब महिला ने बेटे के साथ मिलकर खून से सना पत्थर गड्ढे में छिपा दिया। मृतक के जेब से मिले मोबाइल की बेटरी व सिम कार्ड नाले में फेंक दिया। घटना के बाद महिला घर लौट गई तो उसका बेटा रिश्तेदारी में चला गया जिसे रविवार दोपहर को ही पकड़ लिया गया। आरोपियों के कब्जे से मृतक का मोबाइल और 2 पत्थर जब्त किए गए।

आईजी ने दिया 30 हजार का इनाम

अंधी हत्या का खुलासा करने के लिए प्रभारी एसपी गौतम सोलंकी ने 10 हजार के इनाम की घोषणा की थी, जिसे बढ़ाते हुए आईजी चंचल शेखर ने 30 हजार रूपए कर दिया है। इस कार्रवाई में सीएसपी विजय सिंह के साथ नवागत थाना प्रभारी अर्चना द्विवेदी, सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह, कुसुमकली साकेत, प्रधान आरक्षक संतोष धुर्वे, शंकरदयाल मिश्रा, आरक्षक वीपेंद्र मिश्रा, विकास सिंह, राहुल, योगेन्द्र सिंह, भरत केशरी, बृजेश सिंह, वाजिद खान, पूर्णेश, महिला आरक्षक मोनिका सिंह व संध्या सिंह ने अहम भूमिका निभाई।
 

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