महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ हाथ मिला सकती है एमएनएस
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ हाथ मिला सकती है एमएनएस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करने वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ सकती है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस के नेता मनसे प्रमुख को साथ लेकर चुनाव लड़ने के पक्ष में नही है, लेकिन सोमवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे की दिल्ली में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकत प्रदेश में नए राजनीतिक समीकरण के संकेत दे रहे है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के निवासस्थान पर हुई यह मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली। जानकारी के अनुसार दोनों के बीच हुई इस मुलाकात के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव, ईवीएम मशीन सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस केवल 1 सीट ही जीत पायी है। विधानसभा चुनाव में भी कुछ कमाल दिखायेगी ऐसी स्थिति में कांग्रेस नही है। लिहाजा वह प्रदेश के सभी समविचारी दलों को अपने साथ लेकर चुनाव मैदान में उतरना चाह रही है। हालांकि मनसे का प्रदेश में कोई विशेष जनाधार नही है, लेकिन कहते है डूबते को तिनके का सहारा काफी है।
करीब 14 साल बाद दिल्ली आए राज ठाकरे इससे पहले चुनाव आयोग से मिले। आयोग से मुलाका के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान ईवीएम मशीन में हुई गडबडी और लोगों के मन में इसके प्रति निर्माण आशंकाओं को देखते हुए ईवीएम को हटाने की मांग रखी। साथ ही यह भी आग्रह किया कि महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव सिर्फ और सिर्फ बैलेट पेपर पर ही कराए जाए। उन्होंने कहा कि ईवीएम को लेकर पार्टी की ओर से कोई कदम उठाया जाए इससे पहले हमने चुनाव आयोग के समक्ष ईवीएम को लेकर अपनी आशंकाएं रखी। ताकि बाद में यह न कहे कि हमने अपनी ओर से चुनाव आयोग को आगाह नही किया। इसलिए औपचारिकता के तौर पर उन्हे एक ज्ञापन सौंपा है। ठाकरे ने कहा कि चुनाव आयोग से हमे कोई उम्मीद नही है क्योंकि उनके चेहरे पर जो भाव थे उसे देखते हुए वे वह कोई ठोस कदम उठायेंगे। इसकी अपेक्षा रखना मूर्खता होगी।