कोरोना कैरियर को कवर करने 45 मिनट चली मॉकड्रिल
कोरोना कैरियर को कवर करने 45 मिनट चली मॉकड्रिल
डिजिटल डेस्क सतना। मंगलवार की दोपहर...दोपहर के तकरीबन सवा 3 बज रहे थे। लॉकडाउन के बीच सिविल लाइन थाना इलाके के गढिय़ा टोला में चौतरफा वीरानी थी। इसी बीच ,एकबारगी मंदाकिनी विहार की सूनी गलियों के सन्नाटे को चीरते हुए सिविल लाइन पुलिस के सायरन आगे बढ़े और एक घर के आगे आकर ठहर गए। देखते ही देखते ही पुलिस की हलचल बढ़ी और टीआई अर्चना द्विवेदी की अगुआई में फोर्स ने आननफानन में पहले से ही चिन्हित एक घर के एक किलोमीटर के दायरे को चारो ओर से घेर लिया। लाउड स्पीकर से लोगों को बार-बार आगाह किया जाने लगा वे किसी भी हालत में अपने घरों से बाहर नहीं निकलें। दरअसल, मुखबिर से पुलिस को इस आशय की खबर मिली थी कि घर के अंदर कोरोना वायरस से संक्रमित एक शख्स मौजूद है।
पीछे से पहुंचे पुलिस के फाइटर्स
घर की घेराबंदी चली ही रही थी कि पीछे से पुलिस के कोरोना फाइटर्स की टीम भी मौके पर पहुंच गई। फाइटर्स ने फ्रंट संभाला और घर के 50 मीटर को दायरे को अपने कब्जे में ले लिया। बायोमेडिकल किट से लैस पुलिस के फाइटर्स ने घर के अंदर के हालात को बारीकी से समझा और पहले से तैयार जिला अस्पताल की मेडिकल टीम को ग्रीन सिग्नल दे दिया। महज 10 मिनट के अंदर एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंची मेडिकल टीम ने एक स्ट्रेचर निकाला और टीम के दो सदस्य सीधे घर के भीतर दाखिल हो गए। कोरोना फाइटर्स की मौजूदगी में मेडिकल टीम ने कोरोना कैरियर को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कवर किया और स्टे्रचर से लेकर एम्बुलेंस पर आ गए। एम्बुलेंस जिला अस्पताल के लिए रवाना हो गई। मगर, मौके पर काम यहीं खत्म नहीं हुआ।
फिर पहुंची नगर निगम की टीम
कोरोना कैरियर के सुरक्षित कवर होने के बाद चिन्हित घर में नगर निगम की सैनिटाइजिंग टीम को कॉल कर बुलाया गया। ये टीम उसी रास्ते से आई, जिस रास्ते से कोरोना कैरियर को लेकर एम्बुलेंस गई थी। क्लोरीन और हाइपोक्लोराइड सॉल्यूशन से लैस टीम जगह-जगह पर हर तरफ छिड़काव करती हुई घर पहुंची । इस तरह से पूरे घर के साथ समूची मंदाकिनी विहार कालोनी के एक किलोमीटर के दायरे को बारीकी के साथ आइसोलेट किया गया।
इसके बाद शुरु हुई पूछताछ
कोरोना कैरियर को जिला अस्पताल पहुंचाने और घर समेत समूचे इलाके को सैनिटाइज करने के बाद पुलिस के कोरोना फाइटर्स एक बार फिर से सक्रिय हो गए। एक तरफ पेशेंट और दूसरी तरफ घर के परिजनों से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूछताछ का सिलसिला शुरु हुआ। मसलन-कोरोना कैरियर ,अब तक कहां-कहां किसके संपर्क में रहा। पेशेंट के मोबाइल के कॉल डिटेल पुलिस की साइबर सेल को सौंपे गए और परिजनों के मेडिकल चेकअप के बाद उन सभी को भी 14 दिन के लिए क्वारेनटाइन कर दिया गया। काल्पनिक कोरोना कैरियर को कवर करने की पूर्वाभ्यास (मॉकड्रिल) की ये साझा प्रक्रिया गढिय़ाटोला की मंदाकिनी विहार कालोनी में लगभग 45 मिनट तक चली।
इसे ऐसे जरुर समझें
लॉकडाउन का कड़ाई से पालन और सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिग) निरंतर बनाए रखने के कारण जिला मुख्यालय समेत समूचे जिले में अभी तक कोरोना वायरस के संक्रमण का एक भी पीडि़त नहीं मिला है। संक्रमण पर नियंत्रण की यहां इन्हीं हर संभव कोशिश के तहत मंगलवार को जिला प्रशासन,पुलिस,नगर निगम और जिला अस्पताल की मेडिकल टीम ने मिलकर गढिय़ाटोला में मॉकड्रिल आयोजित की। मॉकड्रिल के दो बड़े उदेश्य थे एक तो ये आजमाना कि अगर दुर्भाग्य से कोरोना का एक भी पीडि़त सामने आता है तो सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों के साथ हम उसे कवर करने में कितने सक्षम हैं? इस संबंध में हमारी तैयारियां आखिर कितनी कारगर हैं? दूसरा- ये कि इन तैयारियों में क्या कमियां हैं,और उन्हें किस तरह से और भी प्रभावी बनाया जा सकता है?
कमिश्नर और आईजी भी आए
वक्त से पहले यहां पुख्ता तैयारियों का ये तीसरा मौका था। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के दो और पुलिस का एक मॉकड्रिल हो चुका है। मंगलवार को ये पूर्वाभ्यास एक तरह से सेमी रिहर्सल था। यही वजह थी कि रीवा संभाग के कमिश्नर डा.अशोक भार्गव के साथ आईजी चंचल शेखर भी खासतौर पर मौजूद रहे। इन वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कलेक्टर अजय कटेसरिया, एसपी रियाज इकबाल, नगर निगम के कमिश्नर अमनवीर सिंह ,सीएमएचओ डा.अशोक अवधिया और एडीशनल एसपी गौतम सोलंकी ने भी मॉकड्रिल में शामिल टीमों की कार्यप्रणाली को बारीकी से देखा। इन अफसरों ने सामने आई कमियों को दूर करने के संबंध में परस्पर सुझाव भी दिए। इस दौरान सीएसपी विजय प्रताप सिंह,डीएसपी हेड क्वार्टर हितिका वासल, पुलिस के रिजर्व इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश मिश्रा, फोरेंसिक आफीसर डा.महेन्द्र सिंह, कोलगवां टीआई मोहित सक्सेना और सिटी कोतवाल संतोष तिवारी ने भी अहम भूमिका निभाई।