मुंबई : राजभवन में तैनात एसआरपीएफ जवान ने खुद को गोली मारी, एप डाउनलोड करने से साफ हुआ बैंक खाता

मुंबई : राजभवन में तैनात एसआरपीएफ जवान ने खुद को गोली मारी, एप डाउनलोड करने से साफ हुआ बैंक खाता

Tejinder Singh
Update: 2019-10-09 13:58 GMT
मुंबई : राजभवन में तैनात एसआरपीएफ जवान ने खुद को गोली मारी, एप डाउनलोड करने से साफ हुआ बैंक खाता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मलाबार हिल इलाके में स्थित राजभवन में तैनात राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के एक 28 वर्षीय जवान ने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। वारदात सोमवार रात हुई। बुरी तरह जख्मी जवान को इलाज के लिए बांबे अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। शुरूआती छानबीन के मुताबिक पारिवारिक कलह से परेशान होकर जवान ने यह कदम उठाया। आत्महत्या की कोशिश करने वाले जवान का नाम दीपक चव्हाण है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एसआरपीएफ की 16वीं कोल्हापुर डिवीजन में कांस्टेबल चव्हाण को राजभवन में ड्यूटी पर तैनात किया गया था। सोमवार को उनका साप्ताहिक अवकाश था और वे अकेले सर्वेंट क्वार्टर में थे। शाम सवा सात बजे के करीब उन्होंने अपने चेहरे पर गोली चला दी। उन्हें पहले नजदीकी एलिजाबेथ अस्पताल ले जाया गया लेकिन हालत ज्यादा गंभीर होने पर बांबे अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल चव्हाण गहन चिकित्सा कक्ष में हैं और उनकी हालत बेहद गंभीर है। पुलिस के मुताबिक शुरूआती जांच से संकेत मिले हैं कि पारिवारिक कलह से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया है। पुलिस ने औरंगाबाद में रहने वाले चव्हाण के परिवार वालों और उनकी पत्नी को मामले की जानकारी दे दी है। मलबार हिल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 

 

पैसों की बरसात के चक्कर में व्यापारी ने गवाया 8 लाख

उधर पैसों की बरसात का वादा कर सारी परेशानियां दूर करने का दावा करने वाले एक ढोंगी बाबा और उसके चेले ने व्यापारी को आठ लाख रुपए का चूना लगा दिया। आरोपी ने व्यापारी से दावा किया था कि उसके तंत्रमंत्र के बाद दूसरों के पास अटके पैसे भी वापस मिल जाएंगे। जब व्यापारी को कोई फायदा नहीं हुआ और बचे खुचे पैसे भी बाबा ने ठग लिए तो उसने मामले की शिकायत आरसीएफ पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। गिरफ्तार आरोपी का नाम महाराज दयानंद अच्युत मोरे है। मोरे के साथ मामले में उसके सहयोगी संतोष चव्हाण को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले की शिकायत चेंबूर इलाके में रहने वाले भरतभाई पटेल नाम के व्यापारी ने दर्ज कराई थी। पटेल द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक वे व्यापार में लगातार हो रहे घाटे से परेशान थे। उनके काफी पैसे भी बाजार में अटके पड़े थे। पटेल को किसी ने मोरे के बारे में जानकारी दी। इसी साल मई महीने में संपर्क करने पर मोरे ने बताया कि वह कुछ तांत्रिक क्रियाएं और पूजापाठ करेगा। इसके बाद पटेल के बाजार में अटके पैसे वापस मिल जाएंगे और साथ ही उनके घर में वह तंत्रमंत्र से नोटों की बारिश करा देगा। मोरे ने पहले तंत्रमंत्र के लिए पटेल से पांच लाख रुपए लिए फिर उसके सहयोगी चव्हाण ने पटेल से तीन लाख रुपए और ले लिए। पटेल के मुताबिक आरोपियों ने दावा किया था कि जब पैसों की बारिश होती तो वे पटेल से लिए गए रुपए भी वापस कर देंगे। लेकिन पटेल को जब कोई फायदा नहीं हुआ और पैसों की बारिश भी नहीं हुई तो उन्होंने आरोपियों से संपर्क किया। आरोपियों ने उन्हें तंत्रमंत्र के सहारे बर्बाद करने की धमकी देनी शुरू कर दी। इसके बाद पटेल ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने कितने लोगों से इसी तरह ठगी की है इसकी छानबीन की जा रही है। 

 

यह एप डाउनलोड करने से साफ हो जाएगा बैंक खाता

एक मामले में पता चला कि गूगल पर बैंक का नंबर सर्च करना महिला को मंहगा पड़ गया। नंबर पर संपर्क करने के बाद एक शख्स ने महिला को अपने मोबाइल पर एनी डेस्क ऐप डाउनलोड करने को कहा। महिला ने उसे बैंक कर्मचारी समझकर ऐसा ही किया लेकिन देखते ही देखते उसके खाते में जमा 1 लाख 70 हजार रुपए निकल गए। ठगी का शिकार हुई महिला ने ठाणे के नौपाडा पुलिस स्टेशन में मामले की शिकायत दर्ज कराई है। ठाणे के टेंभीनाका के चरई इलाके में रहने वाली शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसने कुछ दिनों पहले ही एक बैंक में अपना खाता खोला था। इसके बाद पासबुक और चेकबुक पोस्ट के जरिए उसके घर आया लेकिन कागजात में उनका मोबाइल नंबर गलत दिया हुआ था। अपना मोबाइल नंबर बदलवाने के लिए महिला ने बैंक का कांटैक्ट नंबर गूगल पर खोजा और उस नंबर पर फोन कर दिया। जिस शख्स ने फोन उठाया उसने खुद के बैंक कर्मचारी होने का दावा किया। उसने महिला से कहा कि नंबर बदलवाने के लिए उसे अपने मोबाइल पर एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा। महिला ने ऐसा ही किया लेकिन ऐप डाउनलोड करते ही उसके खाते में मौजूद 1 लाख 70 हजार रुपए निकाल लिए गए। महिला ने बैंक से संपर्क किया तो पता चला कि जिस नंबर पर उसने फोन किया था वह फर्जी था। इसके बाद महिला ने नौपाडा पुलिस स्टेशन और साइबर सेल से मामले की शिकायत की। पुलिस ठगी के आरोप में एफआईआर दर्ज कर छानबीन कर रही है। दरअसल एनीडेस्क ऐप के जरिए ठगी की सैकड़ों वारदातें अंजाम दी गई है। पुलिस ने भी चेतावनी जारी कर इस ऐप से लोगों को दूर रहने को कहा था लेकिन अब भी इसके जरिए ठगी का सिलसिला जारी है। 

 

चोरी के लिए महिला का हत्या 

वहीं महानगर के मालवणी इलाके में एक 47 वर्षीय महिला की लूटपाट के इरादे से हत्या कर दी गई। अज्ञात आरोपी ने महिला की उसकी ही ओढ़नी से गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर घर में रखे एक लाख रुपए से ज्यादा की नकदी और गहने लेकर फरार हो गया। महिला के बेटे की शिकायत के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जिस महिला की हत्या की गई उसका नाम कंचन गुप्ता है। वह मालवणी के कलेक्टर कंपाउंड में पहली मंजिल पर स्थित अपने घर में रहती थी। कंचन के पति का कुछ साल पहले देहांत हो गया था। वारदात का खुलासा मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे के करीब उस वक्त हुआ जब कंचन के 25 वर्षीय बेटे दीपक ने उन्हें मृत पाया। पुलिस दो दी गई शिकायत में बताया गया है कि कंचन ने अपने घर की मरम्मत के लिए एक लाख पांच हजार रुपए नकद रखा था जो चोरी हो गए हैं। इसके अलावा उन्होंने जो सोने की चैन और दूसरे गहने पहने थे उसे भी निकाल लिया गया है। सीनियर इंस्पेक्टर जगदेव कालापाड ने बताया कि अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 397 के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। पुलिस को शक है कि चोरी के इरादे से घर में दाखिल हुए किसी शख्स ने नींद खुल जाने और विरोध के चलते कंचन की हत्या की है।   

 

नाबालिक बहू के साथ दुष्कर्म के आरोपी ससुर को आजीवन कारावास

महानगर से सटे पालघर की एक अदालत ने 50 वर्षीय एक व्यक्ति को अपनी नाबालिग बहू के साथ दुष्कर्म के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ए यू कदम ने अपने फैसले में कहा कि दोषी को कड़ी सजा सुनाए जाने की जरूरत है। दोषी व्यक्ति सरकारी विभाग में चालक के पद पर है। न्यायाधीश ने उसे बलात्कार के लिए भारतीय दंड संहिता और पॉक्सो कानून की संबंधित धाराओं के तहत दोषी ठहराया। अतिरिक्त सरकारी वकील उज्ज्वला मोहोल्कर ने अदालत को बताया कि 2015 में जब नाबालिग का विवाह हुआ था उस वक्त उसकी उम्र 15 वर्ष थी। उसका पति होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा था और दिन में अधिकतर समय घर से बाहर रहता था। उन्होंने बताया कि नाबालिग की सास भी कभी कभी किसी काम से घर से बाहर जाती थी। अक्टूबर 2015 को आरोपी ने कई बार अपनी बहू से बलात्कार किया। आरोपी ने बहू के साथ तब भी हैवानियत की जब वह गर्भवती थी। बहू के विरोध करने पर आरोपी ने उसे जान से मारने की भी धमकी दी। उन्होंने बताया कि पीड़िता जब अपने मायके गई तब भी आरोपी ने उसे मुंह बंद रखने को कहा और धमकी दी कि ऐसा नहीं करने पर वह उसकी शादी तुड़वा देगा। अभियोजन पक्ष के अनुसार, पीड़िता ने अपनी सास और पति को भी इसकी जानकारी दी लेकिन उन्होंने उसकी बात नहीं सुनी। उन्होंने बताया कि बाद में पीड़िता का गर्भपात हो गया और उसने अपने परिवार वालों के साथ जा कर तुलिंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। न्यायाधीश ने आरोपी को दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
 

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