उमरिया के नौरोजाबाद रामलीला मैदान में गिरा झूला, 14 लोग घायल -अफसरों ने साधी चुप्पी

उमरिया के नौरोजाबाद रामलीला मैदान में गिरा झूला, 14 लोग घायल -अफसरों ने साधी चुप्पी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-09 11:56 GMT
उमरिया के नौरोजाबाद रामलीला मैदान में गिरा झूला, 14 लोग घायल -अफसरों ने साधी चुप्पी

डिजिटल डेस्क उमरिया। उमरिया जिले के नौरोजाबाद रामलीला मैदान में दशहरा मनाते समय बड़ा हादसा टल गया। रात करीब 11.30 बजे दुर्गा समितियों को झांकी के लिए पुरस्कार वितरण किया जा रहा था। इसी दौरान मेले का लुफ्त लेने आए लोग आकाशीय झूला  झूल रहे थे, तभी अचानक झूला एक तरफ झुकते हुए नीचे गिर गया। गनीमत रही कि रफ्तार अधिक नहीं थी। फिर भी ऊंचाई से नीचे गिरने पर करीब 14 लोग चोटिल हो गए। आनन-फानन में मौजूद लोगों ने फंसे हुए घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा। इनमें एक महिला व झूला चालक को ज्यादा चोट आई है। 
अफरा-तफरी का माहौल
नौरोजाबाद में मैदान पर रामलीला का मंचन तथा पुतला दहन की परंपरा कई सालों से चली आ रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मंचीय कार्यक्रम में रावण वध की तैयारी चल रही थी। इसके पूर्व जीएम कापरी का उद्बोधन चल रहा था, तभी तेज आवाज के साथ 48 सीटर आकाशीय झूला जमीन पर आ गिरा। यह देखते ही सभी लोग पीछे की तरफ देखकर सुरक्षित स्थान की तरफ भागने लगे। कुछ देर बाद झूला कैम्पस में करंट की अफवाह फैल गई। तत्काल उस क्षेत्र की बिजली बंद की गई। अब स्ट्रीट लाइट का ही प्रकाश था, शेष भाग में अंधेरा छाया रहा। मौके पर मौजूद सुरक्षा बल टीआई राकेश उइके व उनकी टीम ने मोर्चा सम्भाला। स्थानीय जागरुक कार्यकर्ताओं के साथ जोखिम उठाकर फंसे लोगों को निकालने लगे। तकरीबन एक से डेढ़ घण्टे तक राहत का कार्य चला। सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया। हादसे  में तकरीबन 14 लोगों को चोट आईं थीं, इनमे 8 को इलाज के बाद वहीं भर्ती किया गया। शेष 6 लोगों को रात में भी प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
प्रशासन से नहीं ली थी एनओसी
नौरोजाबाद मैदान में एक हजार से अधिक जनता और बाहरी दुकानदार व  व्यवसायी हर साल जुटते हैं। पिछले वर्ष भी झूले के पास पुलिस व स्थानीय लोगों में झड़प हो गई। बाद में दो दर्जन से अधिक लोगों पर एफआईआर हुई। हैरत की बात तो यह है कि इसके बाद भी आयोजन समिति ने एहतियातन सतर्कता नहीं बरती। आयोजन को लेकर राजस्व विभाग से किसी सुरक्षा व संचालन को लेकर अनुमति नहीं ली गई थी।
इनका कहना है -
आयोजन कॉलरी प्रबंधन द्वारा कराया जाता था। हमारे विभाग से इनको अनुमति जारी नहीं हुई थी, क्योंकि पहले से अनुमति लेने की परंपरा नहीं थी। हमने हादसे के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट मिलने पर कमेटी व लापरवाह अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे।अनुराग सिंह, एसडीएम उमरिया।
प्राथमिक जांच में झूला चालक व मालिक की लापरवाही सामने आ रही है। इनके विरुद्ध मामला कायम किया जा रहा है। 
राकेश उइके, टीआई नौरोजाबाद।
 

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