एलम और ब्लीचिंग पाउडर के अभाव में नल उपभोक्ताओं को मिल रहा गंदा पानी

एलम और ब्लीचिंग पाउडर के अभाव में नल उपभोक्ताओं को मिल रहा गंदा पानी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-31 09:10 GMT
एलम और ब्लीचिंग पाउडर के अभाव में नल उपभोक्ताओं को मिल रहा गंदा पानी

डि़जिटल डेस्क, उमरिया। बरसात के इस मौसम में जबकि गंदे पानी से जनजनित संक्रामक बीमारियों की प्रबल संभावना रहती है, तब नगरपालिका द्वारा नलों में गंदे पानी की सप्लाई दी जा रही है। पिछले करीब 10 दिनों से जहां नलों से मटमैले रंग का पानी निकल रहा है, वही नलों से पानी की सप्लाई भी कम हो गई है। नगर में लगभग 3 हजार नल उपभोक्ता हैं, जिनके लिए रोजाना 4 लाख 54 हजार लीटर पानी की सप्लाई की जाती है।

बताया गया कि यह स्थिति इसलिए बन रही है क्योंकि जल शुद्धिकरण के लिए उपयोग में लाए जाने वाले रसायन जिनमें ठोस अमोनिया का एलम और ब्लीचिंग पाउडर शामिल हैं उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए फिल्टर प्लांट में जल शोधन का कार्य नहीं हो पाता है और सीधे वाटर सप्लाई कर दी जाती है। एक ओर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आए दिन रोगों से बचने के उपाय बताता है और स्वच्छ पानी पीने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है दूसरी ओर नगरपालिका लोगों को स्वच्छ पानी भी नहीं उपलब्ध करा पा रही है। कई नागरिकों ने बताया कि पानी की सप्लाई मात्र 45 मिनट ही की जा रही है। जबकि 1 घंटे सप्लाई की जानी चाहिए। जिन वार्डों में गर्मी में टैंकर भेजे जाते थे, वहां अभी भी पानी की किल्लत है।

400 किलोग्राम एलम व 25 कि ग्रा ब्लीचिंग रोज जरूरी है
फिल्टर प्लांट में जल शोधन के लिए रोजाना 20 किग्रा की 20 सिल्लियां तथा 25 किग्रा ब्लीचिंग की आवश्यकता रहती है। लेकिन काफी दिनों से यह सामग्री स्टोर में उपलब्ध नही होने से लोगों को जल शोधन किए बिना ही पानी दिया जा रहा है। नागरिकों ने कहा कि नगरपालिका लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। नगर में 3 हजार से भी कम कनेक्शन हैं और इतने कम उपभोक्ताओं को भी समुचित रूप से स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है।

खरीदी में हीलाहवाली
वर्ष भर में लगभग 10 लाख रुपए का एलम और ब्लीचिंग पाउडर क्रय किया जाता है, लेकिन खरीदी समय से नहीं की जाती है। इसलिए सामग्री की कमी पड़ जाती है। नगरपालिका द्वारा जनस्वास्थ्य के लिए जरुरी सामग्रियों की व्यवस्था में भी लापरवाही की जाती है। स्वच्छता और पेयजल आपूर्ति नगरपालिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण और पहली प्राथमिकता वाले कार्य हैं। इन्हे ही नगरपालिका सही ढंग से नहीं कर पा रही है।

पंप जलने से वाटर सप्लाई बंद
नगर में वाटर सप्लाई की कमी नहीं पड़े इसलिए जून माह में कलेक्टर ने जमुनिहा स्थित कालरी के टैंक से पानी लाने के लिए व्यवस्था कराई थी। नगरपालिका ने यहां सप्लाई के लिए 85 एचपी का सबमार्सिबल पंप डाला था। लेकिन वह पंप मात्र 5 दिनों में ही जल गया था और अभी तक नहीं सुधरा है। इसलिए कालरी की वाटर सप्लाई बंद पड़ी है। आए दिन बस्तियों में कम पानी मिलने की शिकायतें मिलती रहती हैं। नगरपालिका पर्याप्त पानी  नहीं उपलब्ध करा पा रही है। वार्डों मेंं पाइप लाइन बिछाने का कार्य भी धीमी गति से चल रहा है।

इनका कहना है
नगरपालिका के पास एलम और ब्लीचिंग पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, बीच में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण सामग्री यहां नहीं पहुंंच पायी थी। पेयजल व्यवस्था सुचारु है और शुद्धिकरण के बाद ही पानी की सप्लाई की जा रही है।
हेमेश्वरी पटले, सीएमओ, नगरपालिका 

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