खतरनाक परंपरा : आग से करतब के दौरान बालक की मौत, एक दर्जन झुलसे

खतरनाक परंपरा : आग से करतब के दौरान बालक की मौत, एक दर्जन झुलसे

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-26 08:12 GMT
खतरनाक परंपरा : आग से करतब के दौरान बालक की मौत, एक दर्जन झुलसे

डिजिटल डेस्क, उमरिया। खतरनाक खेलों से जुड़ी परंपराएं जरा सी लापरवाही के कारण कितनी विकराल और घातक हो सकतीं हैं, इसका उदाहरण गत 22 जून की रात चंदिया थाना क्षेत्र के ग्रामपंचायत ताली में एक बैगा समाज की बारात में देखने को मिला। जिसमें मुंह से आग छोड़ने के करतब में भीड़ के बीच अचानक आग फैल गई। जिसकी चपेट में आने से एक बालक की जान चली गई और एक दर्जन लोग झुलस गए।

बताया जा रहा है कि उत्सवों में बैगा समाज द्वारा शौर्य प्रकट करने ऐसे करतब दिखाने की पूर्व से परंपरा रही है। उस परंपरा का निर्वाह यहां भी किया जा रहा था।रास्ते में ढोल नगाड़ो के साथ जमकर नाच गाना भी चल रहा था। गांव में सरमन बैगा की पुत्री का विवाह हो रहा था। उसके लिए बड़वार गावं से आई बारात जनवास से कन्या पक्ष के घर के लिए निकली हुई थी। रास्ते में ढोल नगाड़ो के साथ जमकर नाच गाना भी चल रहा था। उसी बीच कुछ बरातियों द्वारा मुंह से आग का गोला उड़ाने का करतब किया जाने लगा।

अभी यह करतब कुछ देर ही चला था कि अचानक समीप रखा मिट्टी का तेल फैल गया और आग के संपर्क में आ गया। आनन-फानन आग भभक उठी और भीड़ के कई लोग उसकी चपेट में आ गए। 

इस घटना में बगड़ू बैगा उम्र 10 वर्ष पिता रामलाल,  शालू बैगा उम्र 10 वर्ष पिता पप्पू बैगा, संगीता उम्र 25 वर्ष पति पप्पू, सरस्वती बैगा उम्र 16 वर्ष तथा मुन्नी बाई 55 वर्ष गंभीर रूप से झुलस गए। इनके अलावा 7-8 लोग और भी सामान्य रूप से झुलसे। घटना के बाद बारात में हलचल मच गई और तत्काल घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। तब तक 10 वर्षीय बालक बगड़ू की मृत्यु हो गई। इस संबंध में कलेक्टर माल सिंह ने कहा कि घटना के प्रभावितों को नियमानुसार सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। अधिकारियों को मौके पर भेजा गया था।

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