ट्रेनों के गुजरने पर कांपता है ओवरब्रिज, हादसे की आशंका
ट्रेनों के गुजरने पर कांपता है ओवरब्रिज, हादसे की आशंका
डिजिटल डेस्क, उमरिया। जिला मुख्यालय से लगे करकेली रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधाओं का लंबे समय से विस्तार नहीं हुआ। खासकर प्लेटफार्म की ऊंचाई, जर्जर ओवरब्रिज और शेड की कमी के चलते यात्रियों को असुविधा उठानी पड़ रही है। बारिश की स्थिति में कई बार लोगों को पानी में भीगकर ट्रेन पकड़नी पड़ती है। सुविधा के नाम सालभर में शेड विस्तार तथा कुछ कुर्सियां लगाई गई। शेष सुविधाएं आज भी दशकों पुराना है। ज्ञात हो कि तकरीबन डेढ़ लाख से अधिक प्रति माह करकेली से रेलवे बोर्ड को प्राप्त होता है।
जर्जर ब्रिज, प्लेटफार्म नीचे
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत करकेली सी ग्रेड का स्टेशन माना जाता है। पिछले कुछ सालों में यहां से रेलवे की आय बढ़ी है। यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। जनपद मुख्यालय होने के चलते यहां 108 पंचायत तथा नजदीक के 50 गांव ट्रेनों के सहारे यात्रा करते हैं। यात्रियों का कहना है स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 1 में ऊंचाई कम होने से चढ़ना उतरना जोखिम भरा बना हुआ है। इसी तरह रेलवे पटरी तथा प्लेटफार्म क्रासिंग के दौरान फुट ओवर ब्रिज बना है, जो अपनी आयु पूरी कर चुका है। क्रासिंग के दौरान यात्रियों की जान भी जा चुकी है।
कमजोर है पिलर, शेड भी नकाफी
स्थानीय रेल यात्रियों की मानें तो फुट ओवर ब्रिज का पिलर बेहद खतरनाक स्थिति में है। पूर्व में मालगाड़ी का कुछ भाग पिलर से टकराने के बाद यह झुक गया है। यही कारण है कि ट्रेनों के गुजरने पर ब्रिज में तेज कंपन होता है। इसी तरह अन्य प्रमुख महत्वपूर्ण सुविधाओं में दोनों प्लेटफार्म में शेड विस्तार, रिजर्वेशन काउण्टर, रात्रि कालीन सेवाओं के लिए पर्याप्त रोशनी की कमी बनी हुई है।
इनका कहना है
करकेली रेलवे स्टेशन में सुविधा विस्तार के लिए कुछ प्रस्ताव पर कार्य शुरु होना है। जर्जर फुट ओवर ब्रिज सुधार का कार्य जल्द ही प्रारंभ होगा।
अंबिकेश साहू, पीआरओ एसईसीआर बिलासपुर।
सालभर में जर्जर हो गया पीएचसी पहुंच मार्ग
जनपद मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का पहुंच मार्ग सालभर बाद ही दम तोड़ चुका है। तकरीबन 50 मीटर लंबाई वाली इस सड़क का निर्माण दो साल पहले हुआ था। कार्य किस गुणवत्ता के साथ हुआ है, इसे सड़क की वर्तमान स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। पूरी सड़क में गिट्टयां उखड़ चुकी हैं। विभाग के वाहन गुजरने पर धूल उड़ती है।
बताया गया तकरीबन तीन लाख से अधिक की लागत से इस सीसी रोड का निर्माण हुआ था। मेन रोड से स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच मार्ग व तकरीबन एक अन्य छोटे से 30 मीटर पहुंच मार्ग का सीमेंटीकरण हुआ था। दोनों की वर्तमान स्थिति देखकर भ्रष्टाचार की बू आ रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है निर्माण के दौरान ही बारिश में सड़क उधड़ना शुरु हो गई थी। दोपहिया व एंबुलेंस सहित अन्य वाहनों के गुजरने पर पूरी सड़क जर्जर हो गई।