गडचिरोली कचरा पेटी है क्या?, शेकाप विधायक पर भड़के वनमंत्री ने पूछा सवाल

गडचिरोली कचरा पेटी है क्या?, शेकाप विधायक पर भड़के वनमंत्री ने पूछा सवाल

Tejinder Singh
Update: 2018-03-19 14:09 GMT
गडचिरोली कचरा पेटी है क्या?, शेकाप विधायक पर भड़के वनमंत्री ने पूछा सवाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में शेकाप के सदस्य जयंत पाटील की तरफ से ठाणे में पदस्थ वन विभाग के एक अधिकारी का तबादला गड़चिरोली में करने की सलाह पर राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार नाराज हो गए। मुनगंटीवार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि गड़चिरोली कचरा पेटी है क्या ? उन्होंने कहा कि गड़चिरोली को आप क्या समझते हैं। क्या गड़चिरोली में रहने वाले लोग प्रदेश के नागरिक नहीं हैं।

जमीन पर अतिक्रमण कर दो स्कूल बनाने का मुद्दा उठाया

मुनगंटीवार ने पाटील से कहा कि गड़चिरोली के बारे इस तरह की बात फिर कभी नहीं बोलिएगा। दरअसल सोमवार को विधान परिषद में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से राष्ट्रवादी कांग्रेस कि सदस्य विद्या चव्हाण ने मुंबई के संजय गांधी उद्यान की जमीन पर अतिक्रमण कर दो स्कूल बनाए जाने का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में वनमंत्री ने कहा कि इस मामले में लिप्त वनविभाग के अधिकारी का तबादला ठाणे जिले में कर दिया गया है। इस पर शेकाप सदस्य पाटील ने कहा कि संबंधित अधिकारी का तबादला मुंबई से ठाणे में कर दिया गया है। यदि उस अधिकारी को सचमूच सजा देनी है तो उसे गड़चिरोली में भेज दीजिए। 

तबादला रायगड़ समेत दूसरे जिले में किया जाए

पाटील ने मुनगंटीवार से कहा कि वनमंत्री आपके विदर्भ में काफी बाघ हैं। इसलिए बाघों की देखरेख के लिए उस अधिकारी को गड़चिरोली में भेजने का फैसला करना चाहिए। इस पर मुनगंटीवार ने कहा कि किसी अधिकारी को सजा देनी है, तो उसे गड़चिरोली में भेजने के लिए क्यों कहा जा रहा है। उस अधिकारी का तबादला रायगड़ समेत दूसरे जिले में किया जा सकता है। आप गड़चिरोली को कचरा पेटी समझते हैं क्या? मुनगंटीवार के इस तेवर से पाटील शांत हो गए। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। 
 

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