एटीएम बदलकर नगदी उड़ाने वाले अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

एटीएम बदलकर नगदी उड़ाने वाले अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-17 08:06 GMT
एटीएम बदलकर नगदी उड़ाने वाले अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, सतना। एटीएम बूथों में मदद के बहाने तो कभी भीड़ की आड़ लेकर लोगों के कार्ड बदलकर नगदी गायब करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के सरगना ने दूसरों की गाढ़ी कमाई से न सिर्फ जमकर अय्याशी की, बल्कि महंगे मोबाइल और एक टीयूवी भी खरीद डाली। इस फर्जीवाड़े में शामिल उसके साथी ने भी मंहगे शौक पाल रखे थे। लम्बे समय से सक्रिय इस गिरोह का खुलासा तब हुआ जब एक के बाद एक सामने आई वारदातों की जांच के लिए एसपी रियाज इकबाल ने अमरपाटन टीआई राजेन्द्र मिश्रा की अगुवाई में विशेष टीम को जिम्मेदारी सौंपी। 

सरगना ऐसे आया हाथ
पुलिस टीम ने जालसाज गिरोह तक पहुंचने के लिए सभी वारदातों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पीड़ितों के बयान के आधार पर बदमाशों का हुलिए तैयार कर मुखबिरों के जरिए पतासाजी शुरू कर दी। इसी दौरान 11 अप्रैल को खबर मिली की मैहर रोड अमरपाटन में एसबीआई एटीएम के पास टीयूवी क्रमांक यूपी 62 एवाई 5846 में दो संदिग्ध घूम रहे हैं, जिन्हें पूर्व में भी देखा गया था। इस सूचना पर अमरपाटन टीआई अपने सहयोगियों को लेकर तुरंत मौके पर पहुंच गए, जिन्हें देखकर बदमाश भागने लगे, तब एक को खदेड़कर पकड़ लिया गया, जबकि दूसरा भीड़ में कहीं छिप गया। गिरफ्त में आए संदिग्ध की पहचान पंकज यादव पुत्र ननकू यादव 24 वर्ष निवासी हमजापुर थाना सरायख्वाजा जिला जौनपुर उत्तर प्रदेश के रूप में की गई। उसने पूछताछ में अपने साथी राजेश कुमार उर्फ बुलेट पुत्र बसंत लाल गौतम निवासी शाहगंज (कोरबालिया) जिला जौनपुर उत्तरप्रदेश का नाम उगल दिया तो सख्ती से पूछताछ करने पर अमरपाटन, मैहर, चित्रकूट के अलावा यूपी के कई जिलों में वारदात का खुलासा भी कर दिया।

एक चक्कर के बाद लौट जाते गांव
दोनों आरोपी लम्बे समय से फर्जीवाड़े में लिप्त थे। दोनों लोग किसी व्यवसाय के बहाने अपने गांव से चलकर वाराणसी, इलाहाबाद, सोनभद्र, सिंगरौली, सीधी, रीवा के रास्ते बेला, अमरपाटन, मैहर, उचेहरा, सतना, चित्रकूट जैसे शहरों में पहुंचकर अपराध करते और दूसरे रास्ते से वापस गांव पहुंच जाते थे। एक चक्कर में कम से कम 50 हजार रुपए गायब करने के बाद तब तक घर में आराम फरमाते थे, जब तक की पैसे खर्च नहीं हो जाते थे। पंकज ने दूसरों की हड़पी कमाई से ही टीयूवी भी खरीदी थी, जिसकी कीमत 9 लाख रुपए निकाली गई तो उसके कब्जे से 30 हजार के 3 मोबाइल भी जब्त किए गए। 

3 वारदातों का खुलासा, 1 में फरियादी की तलाश
एटीएम बदलकर रुपए उड़ाने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के सरगना ने जिले में चार वारदात करने का जुर्म स्वीकार किया है। जिनमें से एक मामला अमरपाटन, 2 मैहर और एक प्रकरण नयागांव थाने में दर्ज है। इनमें से नयागांव की वारदात में फरियादी की तरफ से रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई गई। लिहाजा उसकी तलाश शुरू कर दी गई है।
* 15 दिसम्बर 2018 को नीरज तिवारी पुत्र छोटेलाल तिवारी निवासी रिगरा थाना नादन देहात जब अमरपाटन में एसबीआई एटीएम से रुपए निकालने गए थे, तब बदमाशों ने धक्का देकर एटीएम कार्ड गिरा दिया और फिर वापस करने के बहाने दूसरा कार्ड थमा दिया, वहां से निकलने के बाद जालसाजों ने दूसरी जगह कार्ड का इस्तेमाल कर 50 हजार रुपए उड़ा दिए।
*  7 जनवरी 2019 को मैहर में सरलानगर रोड पर स्थित आईडीबीआई बैंक के एटीएम बूथ से महिला नर्स श्रीमती संपत देवी पांडेय पत्नी गोविंद नारायण पांडेय निवासी हरनामपुर मैहर का कार्ड इसी तरह बदलकर एटीएम के माध्यम  से 1 लाख 40 हजार रुपए निकाल लिए थे।
* 19 मार्च 2019 को सब्जी मंडी मैहर के पास स्थित एसबीआई एटीएम बूथ से पुलिस के सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक रमाकांत मिश्रा पुत्र राम निरंजन मिश्रा निवासी बजरा थाना सुहागी रीवा की मदद के बहाने 10 हजार रुपए निकलवाए और कार्ड बदल दिया, फिर एटीएम स्वैप कर 2 लाख 21 हजार रुपए निकाल लिए थे। इसी तरह करीब एक माह पूर्व चित्रकूट में भी केनरा बैंक एटीएम के अलावा सोनभद्र, वाराणसी और इलाहाबाद में भी वारदात करने का खुलासा किया है। प्रथम तीन प्रकरणों में सम्बंधित थाने में आईपीसी की धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किए गए हैं। 
 

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