फिरौती के लिए अपहरण की साजिश नाकाम, पुलिस के हत्थे चढ़े बबुली गैंग के 3 कमीशन एजेंट   

फिरौती के लिए अपहरण की साजिश नाकाम, पुलिस के हत्थे चढ़े बबुली गैंग के 3 कमीशन एजेंट   

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-13 09:10 GMT
फिरौती के लिए अपहरण की साजिश नाकाम, पुलिस के हत्थे चढ़े बबुली गैंग के 3 कमीशन एजेंट   

डिजिटल डेस्क, सतना। फिरौती के लिए अपरहण की साजिश को नाकाम करते हुए पुलिस ने साढ़े 5 लाख का इनामी अंतरराज्यीय गैंग लीडर बबुली कोल के 3 कमीशन एजेंटो को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार के लिए आरोपियों के पास से पुलिस ने 315 बोर का 1 देशी कट्टा , 2 जिंदा कारतूस, 2 चाकू-छुरा, 3 मोबाइल और 45 सौ की नकदी भी बरामद कर जब्त की है। आरोपियों को धारकुंडी पुलिस पूछताछ के लिए 14 जून तक रिमांड पर ले गई है। 

वीरपुर के जंगल में दबिश से मिली कामयाबी 
पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने मंगलवार को यहां पत्रकारों को यह जानकारी दी। SP के मुताबिक रीवा IG उमेश जोगा को मुखबिर से इस आशय की खबर मिली थी कि दस्यु प्रभावित धारकुंडी थाना इलाके के वीरपुर जंगल में मौजूद बबुली गिरोह के 3 कमीशन एजेंट, यहां सतना में बस स्टैंड निवासी एक पान व्यवसायी मिथलेश मालवीय पिता रामकुमार (58) के अपहरण की रणनीति बना रहे हैं। फिरौती के लिए जिला मुख्यालय से अपहरण की साजिश की भनक मिलने पर IG ने सतना SP को टीम बना कर छापामारी के निर्देश दिए।



SP ने आपरेशन का जिम्मा एडीशनल SP आरएस प्रजापति को सौंपते हुए SDOP चित्रकूट आलोक शर्मा, इंस्पेक्टर वीरेन्द्र पटेल ,बरौंधा थाना प्रभारी खेमसिंह पेन्द्रो, कोठी थाना प्रभारी ओपी ङ्क्षसह और धारकुंडी थाना प्रभारी राजेन्द्र तिवारी के अलावा अलग अलग टीमें बनाईं। पुलिस ने चौतरफा दबिश दी तो गैंग लीडर बबुली के मौसी के लड़के राजेश कोल पिता कामता कोल (38) डोडामाफी,मारकुंडी (यूपी) , छोटू उर्फ नारायण गुप्ता पिता विजय  (21) बीरपुर थाना धारकुंडी (एमपी) और विनय सेन पिता शिवकुमार (26)  नई बस्ती सतना (एमपी) को गिरफ्तार कर लिया गया।

कल सतना बस स्टैंड से होनी थी पकड़
आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया नापाक रणनीति के तहत 14 जून को यहां जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड से पान व्यवसायी मिथलेश मालवीय का अपहरण किया जाना था। मिथलेश मूूलत: मझियार गांव के निवासी हैं और यहां बस स्टैंड में उनकी पान की छोटी सी दुकान है। गांव में सिर्फ एक एकड़ जमीन है। आय का इकलौता जरिया पान की ही दुकान है। मिथलेश के अपहरण के लिए आरोपी राजेश कोल, छोटू उर्फ नारायण गुप्ता और विनय  सेन  को भाड़े की एक बोलेरो के साथ बेहोशी की दवा की भी तलाश थी। योजना के तहत छोटू और विनय अपनी पहचान का फायदा उठा कर मिथलेश को अपने झांसे में लेते और बोलेरो में डाल कर बहोश करके डोंडा माफी के जंगल में ले जा कर बबुली के हवाले कर देते।

ऐसे हुई थी दोस्ती
डोडामाफी निवासी आरोपी राजेश कोल ने पुलिस को बताया कि उसकी दोस्ती वीरपुर निवासी छोटू गुप्ता से महाराष्ट्र के पुणे में हुई थी। दोनों वहां एक मार्बल कंपनी में काम करते थे। कम पगार के कारण दोनों वापस अपने अपने गांव लौट आए थे लेकिन दोस्ती बरकरार रही। इसी बीच राजेश ने छोटू गुप्ता और छोटू के साथी विजय सेन की बबुली कोल और उसके साले लवलेश कोल से डोंडा माफी के जंगल में मुलाकात करवाई थी। इस मुलकात की फोटो विजय सेन ने खींची और वाटस एप पर भी शेयर की थी। बबुली का राइट हैंड लवलेश भी डेढ़ लाख का अंतराज्यीय इनामी डाकू है। सतना पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है। छोटू गुप्ता के दावे के मुताबिक वो 15 दिन के अंदर बबुली से 2 बार मिल चुका था। छोटू गुप्ता का ही पान व्यवसायी से परिचय था। उसी ने अपने एक अन्य साथी विनय सेन को भी अपहरण की साजिश में भागीदार बनाया था। 
 

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