शव को ठिकाने लगाने ले जा रहा था आरक्षक, नाबालिग पत्नी ने जहर खाकर दी थी जान 

शव को ठिकाने लगाने ले जा रहा था आरक्षक, नाबालिग पत्नी ने जहर खाकर दी थी जान 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-17 11:43 GMT
शव को ठिकाने लगाने ले जा रहा था आरक्षक, नाबालिग पत्नी ने जहर खाकर दी थी जान 

डिजिटल डेस्क, उमरिया। पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) उमरिया में आरक्षक द्वारा नाबालिग के साथ दैहिक शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 11 अप्रैल को लालपुर स्थित किराए के मकान में आरक्षक वीरेन्द्र सिंह की नाबालिग दास्ता पत्नी अचानक मृत हो गई थी। जहरीला पदार्थ खाने से मृत महिला की सामान्य मौत बताकर युवक उसके गृहग्राम ले जाकर शव ठिकाने लगाने की तैयारी में था। इस बीच संदेहास्पद सुराग मिलने के बाद हरकत में आई कोतवाली पुलिस ने घेराबंदी कर युवक को अनूपपुर में पकड़ा। मामले की जांच की तो पता चला पहले से ही शादी शुदा आरक्षक वीरेन्द्र सिंह परस्ते (35) ने पत्नी के अलावा इस नाबालिग को भगाकर लालपुर में दास्ता पत्नी के रूप में रखा हुआ था। लिहाजा पुलिस ने दैहिक शोषण के साथ ही पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज गिरफ्तार कर लिया।

ऐसे खुला राज
पुलिस ने बताया वीरेन्द्र सिंह परस्ते पिता लामू (35) निवासी करनपठार अनूपपुर पीटीएस उमरिया में टे्रड आरक्षक के रूप में 6 सितंबर 2005 से भर्ती हुआ था। आरोपी की पत्नी शहडोल में रहती थी और आरोपी यहां पीटीएस में रहता था। तकरीबन दो वर्ष पहले पिता के घर मझौली में उसकी पहचान नाबालिग मृतिका से हुई। आरोपी के पिता के घर लड़की खाना बनाने का कार्य करती थी। इसी बीच दोनों संपर्क में आए और आरोपी नाबालिग को भगाकर लाया और यहां लालपुर स्थित किराए के मकान में रहने लगा। घटना की रात नाबालिग दास्ता पत्नी ने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वीरेन्द्र को जैसे ही यह बात पता चली तो उसने चालाकी से इसे सामान्य घटना बताकर वाहन से उसका शव लेकर अनूपपुर रवाना हो गया। इसी बीच पुलिस को षड़यंत्र की बू आई और धरपकड़ के साथ मौत के असली कारण का खुलासा हुआ।

वीरेन्द्रजी आप पछताओगे
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरु की। घर में तलाशी के दौरान कई अहम सुराग मिले। मृतिका की पहचान के साथ ही दोनों के संबंधों का पता चला। पुलिस ने कि बताया घर पर कुछ नोट्स मिले हैं, जिनमें मृतका के दोनों के बीच संबंध को लेकर अपने अनुभव साझा किए। 9 अप्रैल को लिखे अंतिम लेख में मृतिका द्वारा लिखा गया था वीरेन्द्र आप सोचते हो मुझे नीचा दिखाकर कुछ भी करोगे तो ऐसा सोचना मत। क्योंकि जिंदगी तो एक बार की है। जब जीते जी नहीं बना तो मरने के बाद बनेगा। वीरेन्द्रजी आप पछताओगे।  

आरोपी गिरफ्तार, अपराध दर्ज
मृत्यु पर पहले पुलिस ने मर्ग कायम किया था। जांच पर आत्महत्या के लिए उकसाना व दैहिक शोषण के सबूत मिलते ही 363, 366ए, 376(2)(एन), 506 ताहि 3/4 पाक्सो एक्ट लैंगिग अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 कायम किया है। मंगलवार को पीटीएस से आरक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस परिजनों के बयान ले रही है। जांच में आरोपी के मृतिका के अलावा पत्नी व एक अन्य युवती के साथ संबंध होने की बात सामने आ रही है।

इनका कहना है
आरोपी वीरेन्द्र के खिलाफ जांच में कई साक्ष्य मिले हैं। एफआईआर दर्ज करते हुए कल गिरफ्तार कर लिया गया है।
राकेश उइके, टीआई कोतवाली उमरिया
 

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