अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी कम्पाउंडर को पश्चिम बंगाल से उठा लाई पुलिस

अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी कम्पाउंडर को पश्चिम बंगाल से उठा लाई पुलिस

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-25 13:52 GMT
अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी कम्पाउंडर को पश्चिम बंगाल से उठा लाई पुलिस

नाबालिग को कराया मुक्त, बयान के बाद की गई परिजनों के सुपुर्द
डिजिटल डेस्क सतना।
नागौद थाना क्षेत्र से अगवा की गई नाबालिग को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के उत्तर चौबीस परगना जिले से मुक्त कराते हुए आरोपी झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया, जिसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। टीआई आरपी सिंह ने बताया कि बीते 12 जून को 16 वर्षीय किशोरी रहस्यमय ढंग से लापता हो गई थी, जिसके पिता की सूचना पर धारा 363 का अपराध दर्ज करते हुए तलाश शुरू की गई। इसी बीच खबर मिली कि नाबालिग के घर के पास संचालित क्लीनिक में काम करने वाला राहुल उर्फ बापन मंडल पुत्र राकेश मंडल (20) निवासी मोइसा-मछलंदपुर जिला उत्तर चौबीस परगना (पश्चिम बंगाल) भी उसी दिन से गायब है। लिहाजा साइबर सेल की मदद से आरोपी की मौजूदगी उसके गृह क्षेत्र में होने की जानकारी जुटाते हुए एक टीम को फौरन रवाना कर दिया गया, जिसमें शामिल पुलिसकर्मियों ने स्थानीय टीम की मदद से 5 दिन तक खोजबीन करने के पश्चात आरोपी को उत्तर चौबीस परगना में ही मोइसादास पांडा गांव से पकड़ लिया गया। उसकी निशानदेही पर नाबालिग को भी दस्तयाब करते हुए वापस सतना लाया गया।
मंदिर में कर लिया था शादी 
घर लौटने पर नाबालिग ने सब इंस्पेक्टर अभिलाषा नायक की मौजूदगी में दिए गए बयान में बताया कि पड़ोस की क्लीनिक में काम करने वाले आरोपी राहुल से जान-पहचान हो गई थी, जिसने शादी का झांसा दिया और 12 जून को गांव से भगाकर सतना ले आया, यहां से मुंबई-हावड़ा मेल से अपने गांव ले गया, जहां काली मंदिर में शादी करने के बाद पत्नी की तरह रखने लगा। आरोपी ने इस दौरान कई बार शारीरिक संबंध भी बनाए। पीडि़ता के खुलासे पर धारा 366, 376, पाक्सो एक्ट की धारा 5/6 एवं एससी-एसटी एक्ट की धारा 3 (2)(5) बढ़ाते हुए विवेचना अजाक डीएसपी ख्याति मिश्रा को सौंप दी गई। उन्होंने गुरूवार सुबह पीडि़ता से पूछताछ के पश्चात नागौद थाने में आरोपी की औपचारिक गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया।
इस टीम को मिली सफलता 
नाबालिग की घर वापसी और आरोपी की गिरफ्तारी में सब इंस्पेक्टर अशोक सिंह सेंगर, आरक्षक धर्मेन्द्र सिंह और वीरबहादुर सिंह के साथ ही साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस कप्तान ने पूरी टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

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