किसी भी तरह का तंज कसना भी रैगिंग, यूजीसी ने जारी किया नोटिफिकेशन

किसी भी तरह का तंज कसना भी रैगिंग, यूजीसी ने जारी किया नोटिफिकेशन

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-08 05:44 GMT
किसी भी तरह का तंज कसना भी रैगिंग, यूजीसी ने जारी किया नोटिफिकेशन

डिजिटल डेस्क,नागपुर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने (यूजीसी) ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय समेत देश भर के शिक्षा संस्थानों के लिए एंटी-रैगिंग नियम सख्त किए हैं। अपने हालिया नोटिफिकेशन में यूजसी ने साफ किया है कि विद्यार्थी कॉलेज में अपने सहपाठियों की जाति, धर्म, रंग, लिंग, अपीयरेंस, राज्य या आर्थिक स्थिति पर तंज कसते हैं, तो उन पर एंटी रैगिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। दोषी विद्यार्थियों को रेस्टिकेट, सस्पेंड, एडमिशन कैंसल, फाइन, किसी भी कॉम्पटीशन या यूथ फेस्टिवल में हिस्सा न लेने से रोकने के एक्शन लिए जा सकते हैं। 

मुंबई में मेडिकल की छात्रा पायल तड़वी की आत्महत्या के बाद शिक्षा संस्थानों में होने वाली रैगिंग का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। इसी बीच रैगिंग की रोकथाम के लिए यूजीसी ने ये कदम उठाया है। शिक्षा संस्थानों को अपने यहां इन नियमों को सख्ती से लागू करके दोषी विद्यार्थियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। विश्वविद्यालय और कॉलेज का एंटी रैगिंग सेल इसकी जिम्मेदारी उठाएगा। यूजीसी की ओर से संशोधित कानून के तहत किसी भी स्टूडेंट को उसके रंग, वंश, धर्म, जाति, नस्ल, लिंग, लैंगिक रुझान, रूप-रंग, राष्ट्रीयता, राज्य, भाषा, जन्म के स्थान, रहने की जगह या फिर इकोनॉमिक बैकग्राउंड के आधार पर किसी भी तरह का शारीरिक और मानसिक शोषण (डराना/बहिष्कार) करने पर सजा का प्रावधान रखा गया है। 

वेबसाइट पर होगी शिकायत

यूजीसी के नियमों के अनुसार, कॉलेजाें को अपनी वेबसाइट पर जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव की शिकायत दर्ज करवाने के लिए लिंक तैयार करनी होगी। कॉलेज के प्रिंसिपल ऑफिस में रजिस्टर भी रखना होगा। कॉलेज के एससी, एसटी और ओबीसी स्टूडेंट्स, टीचर्स या नॉन टीचिंग स्टाफ द्वारा भी शिकायत करने पर तुरंत उसका हल करना होगा। यूजीसी ने साफ किया है कि फैकल्टी भी किसी भी कैटेगिरी के स्टूडेंट्स के साथ भेदभाव न करे। अगर शिक्षण संस्थानों को किसी भी तरह की शिकायत मिलती है तो उस पर 30 दिनों के अंदर एक्शन लेना होगा। इसकी रिपोर्ट 30 दिनों के अंदर यूजीसी को भेजनी होगी। रैगिंग या जातीय भेदभाव का शिकार होने वाले स्टूडेंट्स राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित एंटी रैगिंग हेल्पलाइन व टोल फ्री नंबर 1800-180-5522 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा helpline@antiragging.in पर ईमेल या www.antiragging.in वेबसाइट पर विजिट कर कम्प्लेन भी कर सकते हैं। टोल फ्री 1800-180-5522 पर कर सकते हैं शिकायत की जा सकती है। 

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