जब पानी में फंसे शिक्षक, बचाव दल ने मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाला

जब पानी में फंसे शिक्षक, बचाव दल ने मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाला

Tejinder Singh
Update: 2018-07-11 14:05 GMT
जब पानी में फंसे शिक्षक, बचाव दल ने मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाला

डिजिटल डेस्क, अमरावती। पूरे जिले में जमकर बारिश हो रही है। बुधवार को चांदूर रेलवे तहसील के सावंगी संगम नाले में बाढ़ के हालात हैं, जहां कुछ शिक्षकों की कार अटक गई। उनमें प्रो. गजानन हरणे, प्रो. शारदा हिवरे, प्रो. भराडे और अन्य एक शामिल थे। इन सभी शिक्षकों को आपदा प्रबंधन की टीम ने कार से बाहर निकाला। सड़कों पर जलभराव की स्थिति देखने को मिली। नवाथे रेलवे पुल के नीचे से गुजरनेवाली सड़क पानी से लबालब भर चुकी थी। जिससे वहां वाहन चलाना मुश्किल हो गया। सभी नदी-नाले उफान पर दिखाई दिखे। मौसम विभाग के अनुमान के तहत आने वाले तीन दिनों तक बारिश होने के आसार हैं। बुधवार को हुई बारिश ने नांदगांवखंडेश्वर, चांदूर रेलवे और धामण गांव में आफत खड़ी कर दी।

पानी में बर्बाद हुई फसल
दूसरी ओर नांदगांव खंडेश्वर तहसील में आनेवाले चोरमाहुली गांव में रहनेवालों के घरों में पानी घुस गया। इतना ही नहीं तो मोखड, सावनेर, पहुर, जावरा में भी बारिश ने हाहाकार मचा दी। सावनेर पुल से गुजरने वाला मार्ग बारिश के पानी से धंस गया। वहीं पहुर-जावरा गांव में हर तरफ पानी ही पानी नजर आया। दोनों गांव का संपर्क टूट गया है। जलू मार्ग स्थित पुल से पानी बहने लगा। जिससे अमरावती-यवतमाल मार्ग चार घंटे प्रभावित रहा। मूसलाधार बारिश होने से खेत की फसलें बर्बाद हो गई। हालांकि किसी भी तरह के नुकसान का अनुमान नहीं लगा है।

नांदगांव खंडेश्वर समेत संपूर्ण तहसील का जनजीवन प्रभावित हुआ है। धामणगांव रेलवे तहसील में आने वाले तलेगांव दशासर में भी नाला उफान पर है। चार ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूटने के साथ ही दो ग्रामीण इलाकों के 150 घरों में पानी घुसने की खबर है। जिससे अनाज और जरूरी सामग्री खराब हो गई। बीते 15 दिनों में बुआई की गई करीब 18 हजार हेक्टेयर खेती पानी में समा गई है।

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