रीवा का सपूत शहीद दीपक , उमरिया का था दामाद -छह माह पहले हुआ था विवाह , मई में था घर आने का वादा

रीवा का सपूत शहीद दीपक , उमरिया का था दामाद -छह माह पहले हुआ था विवाह , मई में था घर आने का वादा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-17 14:14 GMT
रीवा का सपूत शहीद दीपक , उमरिया का था दामाद -छह माह पहले हुआ था विवाह , मई में था घर आने का वादा

डिजिटल डेस्क उमरिया। भारत-चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद उमरिया के धमोखर गांव ने भी अपने दामाद को खो दिया है। रीवा निवासी शहीद दीपक सिंह के ससुराल गांव में मातम का सन्नाटा है। पत्नी रेखा सिंह दो दिन पूर्व ही रीवा से मायके आई थी। सोमवार से लापता होने की खबर मिली। बुधवार सुबह 21 शहीद सैनिकों में दीपक सिंह की पुष्टि होते ही पूरा परिवार आसुओं के सैलाब में डूब गया। पत्नी रेखा सुबह 10.30 बजे अपने संबंधियों के साथ ससुराल के लिए रवाना हो गईं।
 30 नवंबर को बेटी रेखा सिंह (24) की शादी रीवा निवासी दीपक सिंह के हुई थी। पूरा परिवार बेटी के जीवन के इस यादगार पल  को याद कर खुश था। दो दिन पूर्व ही वह ससुराल से मायके आई थी।  तीसरे दिन यह मनहूस खबर आ गई। इतना कहते हुए वृद्ध ससुर शिवराज बहादुर सिंह का गला भर आया। मुंह में जुबान रूक गई। एक बेबश, हताश दुखी पिता का चेहरा मौन रह गया। आंखों से आसु छलकने लगा। क्या बताऊ अभी शादी के बाद दामाद दोबारा घर भी नहीं आए थे। हमने ढंग से चेहरा भी नहीं देखा था कि बेटी की खुशियों को गृहण लग गया।
बिरसिंहपुरपाली में हुई शिक्षा दीक्षा
परिजनों ने बताया शहीद दीपक की शिक्षा दीक्षा एमपीईबी मंगठार स्कूल में हुई थी। पिता गजेन्द्र सिंह पावर हाउस में ठेकेदार का काम करते थे। दोनों बेटों की नौकरी सेना में लगने के बाद तकरीबन 4-5 साल पहले ही वे लोग रीवा चले गए। दीपक का बड़ा भाई राजस्थान की सीमा पर देश की सेवा कर रहा है। अपनी 7-8 साल की नौकरी में नायब सूबेदार दीपक (नर्सिक स्टॉफ) के रूप में फरवरी के आखिरी सप्ताह में देहरादून से चीना सीमा क्षेत्र लद्दाख भेजा गया था। पत्नी रेखा सिंह सिरमौर जवाहर नवोदय विद्यालय में बतौर अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं।
मई में आने का था वादा
शादी के बाद दीपक को मई में छुट्टियां मिलने वाली थीं। तब वे धमोखर आने वाले थे। पूरा परिवार पलकें बिछाकर अपने दामाद का पहली बार स्वागत करने की तैयारी में था। इसी बीच लद्दाख में उनकी पोस्टिंग हो गई। बेटी से हुई बातचीत में उन्होंने बताया था यह इलाका बेहद दुर्गम व पहाड़ों पर है। नेटवर्क की दिक्कत होने के चलते वे हफ्तेभर में पत्नी रेखा से बात करते थे। 4-5 दिन पूर्व ही उनकी बात हुई थी। तब से दोबारा संपर्क नहीं हुआ। 

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