मुझे मां के पास भेजो,वर्ना वो मर जाएगी

मुझे मां के पास भेजो,वर्ना वो मर जाएगी

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-29 10:31 GMT
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 डिजिटल डेस्क सतना। तेज अंधड़ और बारिश के बीच यहां सेंट्रल किचेन के तंबू में फंसे 15 साल के  शनि गोड़ का रो-रो कर बुरा हाल था। वो हर हाल में अपनी बीमार मां के पास डबरा जाना चाहता था। उसकी मां रानी गोड़ वहां के एक शक्कर कारखाने में काम करती है और झोपड़ पट्टी में रहती है। शनि ने बताया कि वो  यहां कोठी स्थित अपने मामा के घर आया था और लॉकडाउन में फंस गया था। पिता की मृत्यु पहले हो चुकी है, मां की बीमारी की खबर पर मामा उसे कोठी से सायकल से सतना तक छोड़ गए। वो सेंट्रल किचेन में बस के इंतजार में था कि तेज अंधड़ आ गया। बारिश से तरबतर शनि का मोबाइल भी भीग जाने के कारण काम नहीं कर रहा था। ये खबर जब युकां नेता और समाजसेवी महसूद शेरु को मिली तो वो साथियों के साथ सेंट्रल किचेन पहुंचे। उन्होंने शनि से बात कर डबरा में उसकी मां का पता ठिकाना लिया और वहां के एक मित्र को भेज कर दवा तथा भोजन की व्यवस्था कराई। मित्र के ही फोन से उन्होंने मां की शनि से बात भी कराई। देररात महसूद शेरु ने निजी वाहन से शनि को छतरपुर के लिए रवाना किया। छतरपुर के उनके मित्र शनि को डबरा तक पहुंचाएंगे।
 

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