मामा के कंधे पर बैठकर नदी पार रहे तीन भांजे बहे - एक का शव मिला , दो की तलाश कर रही पुलिस
मामा के कंधे पर बैठकर नदी पार रहे तीन भांजे बहे - एक का शव मिला , दो की तलाश कर रही पुलिस
डिजिटल डेस्क उमरिया। उमरिया-शहडोल की सीमा पर सोन नदी भमरसेन घाट में हृदय विदारक घटना हो गई। रविवार शाम मामा के कंधे में बैठकर नदी पार कर रहे भांजे समेत तीन किशोर पानी में बह गए। हादसे में सात वर्षीय नारेन्द्र पिता छोटे सिंह निवासी भमरहा की पानी में डूबकर मौत हो गई। बृजेन्द्र सिंह पिता इन्द्रजीत (16) निवासी सेहरा व बृजेन्द्र पिता छोटे लाल सिंह (8) लापता हंै। धर्मेन्द्र पिता अभयराज (11) को शंखू ने किसी कदर बचाकर दूसरे छोर में पहुंचा दिया। इनकी तलाश के लिए मानपुर पुलिस उमरिया व शहडोल की होमगार्ड टीम के साथ मिलकर जुटी हुई है। जबलपुर से गोताखोरों को भी बुलाया गया है। मृतक नारेन्द्र (7) जीवित बचे धर्मेंद्र का सगा भाई। वहीं लापता अन्य लोग सेहरा निवासी शंखू के फुफेरे व ममेर भांजे थे। घटना के बाद दोनों गांव में मातम का सन्नाटा फैला हुआ है।
मानपुर टीआई एमएल वर्मा ने बताया बृजेश सिंह पिता इंन्द्रजीत अपनी बुआ के यहां सेहरा मानपुर आया हुआ था। रविवार को वे लोग सोननदी के रास्ते अपने घर भमरहा जा रहे थे। शाम करीब तीन बजे घाट में पहुंचने के बाद मामा के साथ चार बच्चे नदी पार करने के लिए उतरे। धर्मेन्द्र व बिजेन्द्र को शंखू अपने कांधे पर बिठाए हुए था। बृजेश व नारेन्द्र उसके पीछे चल रहे थे। नदी का एक छोर तय करने के बाद जैसे ही पपौंध की तरफ पहुंचे उसका पाव गड्ढे में पड़ गया। युवक के अनियंत्रित होने पर कंधे में बैठे दोनों किशोर पानी में बहने लगे। गनीमत रही कि शंखू ने धर्मेन्द्र का हाथ नहीं छोड़ा। उसे दूसरे तरफ पहुंचाया। तब तक बिजेन्द्र, बृजेश व नारेन्द्र एक दूसरे को बचाने के चक्कर में गहरे पानी की तरफ बह गए। घटना के दौरान दूसरे छोर पर मौजूद रिश्तेदारों ने चीखते चिल्लाते हुए मदद के दौड़े तब तक तीनों नदी की गहराई में समा चुके थे। घटना की सूचना पुलिस को मिलते ही स्थानीय नागरिकों के साथ तलाश प्रारंभ हुई। नारेन्द्र सिंह पिता अभयराज (7) निवासी भमरहा का शव सोमवार को बरामद कर लिया गया है। दो अन्य को तीन नाव के सहारे कांटा डालकर खोजा जा रहा है। नदी में गहराई व मगर के खतरे को देखते हुए रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है। मदद के लिए जबलपुर से तैराकों को बुलाया गया है।