सतपुड़ा, नौरादेही में कुनबा बढ़ाएंगे बांधवगढ़ के बाघ -दो मेल, एक फीमले की होगी शिफ्टिंग 

सतपुड़ा, नौरादेही में कुनबा बढ़ाएंगे बांधवगढ़ के बाघ -दो मेल, एक फीमले की होगी शिफ्टिंग 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-09-26 07:33 GMT
सतपुड़ा, नौरादेही में कुनबा बढ़ाएंगे बांधवगढ़ के बाघ -दो मेल, एक फीमले की होगी शिफ्टिंग 

डिजिटल डेस्क उमरिया । मां से बिछड़कर बाड़े (इंक्लोजर) में पाले जा रहे तीन शावक जल्द ही खुली आबोहवा में सांस ले सकेंगे। बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व को एनटीसीए ने तीन टाईगरों की शिफ्टिंग के लिए हरी झण्डी दी है। इस माह के अंत तक ये बाघ सतपुड़ा टाईगर रिजर्व तथा नौरादेही अभ्यारण सागर भेज दिए जाएंगे। ज्ञात हो कि वर्तमान में बीटीआर में ऐसे सात वन्यजीव हैं, जिन्हे बीमार या फिर मां से अलग होने के बाद इंक्लोजर में रखा गया था। एनटीसीए से अनुमति मिलने के बाद तीन टाईगरों की शिफ्टिंग होगी। दो नर सतपुड़ा तथा मादा को नौरादेही भेजे जाएंगे। हालांकि पार्क प्रबंधन की तरफ से अभी आधिकारिक तौर पर चिन्हित नहीं किया गया है। फिर भी माना जा रहा है कि ये ताला में अरहरिया से लाए गए तीन शावक हैं। दो साल पहले इनकी मां की मृत्यु के बाद इन्हें इंक्लोजर में रखा गया था। अब इनकी उम्र ढाई साल बाद वयस्क है। खासबात यह भी है कि अब ये पूरी तरह वाइल्ड हो चुके हैं। 
टी-5 के दो शावक इंक्लोजर में 
टाईगर रिजर्व प्रबंधन ने सूखा पटीहावाली बाघिन टी-5 के शावकों को स्थाई इंक्लोजर बेहरहा में शिफ्ट कर दिया गया है। इनकी मां पिछले माह अगस्त से लापता थी। शावकों की सुरक्षा के लिए पहले इन्हें जंगल में अस्थाई फेंसिंग के बीच रखा गया था। इस बीच जंगल नर बाघ से खतरा बढ़ गया था। इसलिए सोमवार रात रेस्क्यू अभियान चलाकर शावकों को बहेरहा में भेज दिया गया। वहां अब इनका लालन पालन होगा। हालांकि इनकी मां अभी तक महीनेभर से प्रबंधन की नजरों में ट्रैक नहीं हुई है।
पन्ना, उड़ीसा में भी बीटीआर की गूंज
ज्ञात हो कि 2018 में बाघों की गणना अनुसार यहां 110 से अधिक संख्या आंकी गई है। आदर्श बाघ घनत्व के हिसाब से प्रदेश में सर्वाधिक बाघ बांधवगढ़ में ही है। इसलिए भी अक्सर यहां से बाघ दूसरे टाईगर रिजर्वों में भेजे गए हैं। ये तीनों बाघ खुले आसमान प्रकृति माहौल के बीच अपना कुनबा बसा सकेंगे। इस लिहाज से भी अब बांधवगढ़ सर्वाधिक टाईगर विहीन क्षेत्रों को आबाद करने वाले क्षेत्र के रूप में पहचाना जाएगा। क्योंकि यहां पिछले आठ साल में 14 बाघों की शिफ्टिंग हो चुकी है। टाईगर विहीन हो चुके पन्ना में यही से बाघ भेजा गया था। इसके अलावा पिछले साल उड़ीसा को भी बीटीआर से एक बाघिन शिफ्ट की गई थी। 
इनका कहना है -
हमे तीन बाघ शिफ्टिंग के आदेश मिले हैं। मौसम ठीक होते ही दो नर बाघ सतपुड़ा तथा एक मादा नौरादेही भेजेंगे। ताला रेंज में तीन शावकों को पाला गया है। अब वे वयस्क होकर वाइल्ड हो चुके हैं। चीतल से लेकर पड़ा तक का शिकार कर लेते हैं। 
विंसेंट रहीम, डायरेक्टर बांधवगढ़।
 

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