बेड हैं, ऑक्सीजन है, घबराएँ नहीं, समय पर फीवर क्लीनिक पहुँचकर जाँच कराएँ

बेड हैं, ऑक्सीजन है, घबराएँ नहीं, समय पर फीवर क्लीनिक पहुँचकर जाँच कराएँ

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-16 08:31 GMT
बेड हैं, ऑक्सीजन है, घबराएँ नहीं, समय पर फीवर क्लीनिक पहुँचकर जाँच कराएँ

संभागायुक्त महेश चन्द्र चौधरी ने कहा - मास्क और सोशल डिस्टेन्सिंग से ही जीत सकेंगे कोरोना से जंग
डिजिटल डेस्क जबलपुर । प्र
तिदिन 2 सौ से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मिलने से संस्कारधानी में दहशत का माहौल है। नई गाइडलाइन में अब कलेक्टर के पास लॉकडाउन  करने के अधिकार नहीं  बचे हैं। ऐसे में कुछ व्यापारी संगठन स्वस्फूर्त लॉकडाउन और कम समय के लिए बाजार खोलने की पैरवी कर रहे हैं, बल्कि उस  पर  अमल भी कर रहे हैं। इस संबंध में दैनिक भास्कर ने संभागायुक्त महेशचंद्र चौधरी से बातचीत कर ये पता करने की कोशिश की कि आखिर कोरोना से जंग जीतने के लिए शासन-प्रशासन के पास क्या इंतजाम हैं? 
प्रश्न: जबलपुर में प्रतिदिन कोरोना पॉजिटिव की बढ़ती संख्या से प्रशासन कैसे निपट रहा है? 
उत्तर : संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है उसी तेजी से  प्रशासन इलाज की बेहतर व्यवस्थाओं के लिए प्रयासरत है। हम नजर रखे हुए हैं कि मरीजों को इजाल मिल रहा है या नहीं।
प्रश्न: अस्पतालों में  बेड नहीं हैं, ऑक्सीजन नहीं है, कैसे आम कोरोना पीडि़त का इलाज हो पाएगा? 
उत्तर : ऐसा  बिल्कुल नहीं है। हमने अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन का भरपूर इंतजाम किया है। जरूरत इस बात की है कि एसिम्टोमैटिक और माइल्ड लक्षण वाले मरीज घर पर रहें और गंभीर मरीजों के लिए बेड और ऑक्सीजन छोड़ दें। 
प्रश्न: आम लोगों को कोविड का  टेस्ट कराने में दिक्कत हो  रही है, उनका भटकना कैसे रुकेगा? 
उत्तर : प्रशासन ने 21  फीवर क्लीनिक खोले हैं। खाँसी-सर्दी-बुखार की शिकायत पर अपने निकट के फीवर क्लीनिक पर पहुँचें और कोविड का टेस्ट कराएँ। पॉजिटिव आने पर देर न करें, डॉक्टर की सलाह लें। 
प्रश्न: कोरोना से बचने के लिए और क्या कदम आम लोगों को उठाने चाहिए? 
उत्तर :चिकित्सकों के मुताबिक अगले 15 िदन बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस अवधि में  सभी को मास्क पहनते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। भीड़-भाड़ वाली जगह से बचना चाहिए और अगर व्यापारिक संगठन अपने स्तर पर लॉकडाउन कर रहे हैं तो उसमें सहयोग करना चाहिए।
 

Tags:    

Similar News