जबलपुर: 2 महीने पहले नगर निगम की 50 मेट्रो बसें कटने के लिए पहुँचीं थीं रजा मेटल

  • संभाग में केवल एक रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर यही था
  • पुराने वाहन स्क्रैप करने पर इलेक्ट्रिक बसें प्राप्त करने शहर एलिजिबिल होगा
  • सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से आरवीएसएफ योजना लागू की गई है।

Safal Upadhyay
Update: 2024-04-27 13:48 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रजा मेटल में हुए विस्फोट के बाद अब उसकी परतें उधड़ रही हैं। नगर निगम की करीब 50 मेट्रो बसों को यहीं पर डिस्पोज कराया गया था। प्रति बस करीब ढाई लाख रुपए मिले थे।

हालांकि इसमें कई लोग यह भी आरोप लगा रहे हैं कि बहुत सी बसें ऐसी थीं, जिनके उपकरण निकालकर ही लाखों रुपए कमाए जा सकते थे। इसके साथ ही रजा मेटल में संभाग भर के वाहन स्क्रैपिंग के लिए लाए जाते थे, जिससे यहाँ करोड़ों रुपयों का कारोबार होता था।

बताया जाता है कि 15 साल पुराने वाहनों को स्क्रैप करने के लिए सरकारी ऑनलाइन पोर्टल पर केवल एक कम्पनी पूरे संभाग में है और वह है रजा मेटल। यहाँ जितने वाहन स्क्रैप किए जाते थे, उनकी जानकारी ऑनलाइन दर्ज होती थी।

इसके बाद वाहन पर छूट या अन्य सुविधाएँ मिल सकती थीं। नगर निगम की जो 50 मेट्रो बसें यहाँ काटी गईं, वे भी एक योजना के तहत, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से आरवीएसएफ योजना लागू की गई है। इसके तहत पुराने वाहन स्क्रैप करने पर इलेक्ट्रिक बसें प्राप्त करने शहर एलिजिबिल होगा। यही कारण था कि नगर निगम ने भी 2 माह पहले 50 मेट्रो बसों को स्क्रैपिंग के लिए रजा मेटल भेजा था।

खजरी खिरिया बायपास पर रजा मेटल में हुए विस्फोट की पूरी सच्चाई सामने आनी चाहिए और यही कारण है कि हमने एनएसजी को कॉल किया। लोकल पुलिस भी जाँच कर सकती है, लेकिन मामला जब बड़े विस्फोट का हो तो बड़ी एजेंसी बेहतर होगी, क्योंकि इससे सारी शंकाएँ दूर हो जाएँगी।

जहाँ तक इस घटना में मरने वालों की संख्या की बात है तो अभी तक दो लोगों के नाम सामने आए हैं।

-दीपक सक्सेना, कलेक्टर

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