इंदौर, भोपाल और उज्जैन से आने वालों को नहीं मिलेगा शहर में प्रवेश

इंदौर, भोपाल और उज्जैन से आने वालों को नहीं मिलेगा शहर में प्रवेश

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-13 07:55 GMT
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डिजिटल डेस्क  जबलपुर । शहर और जिले में भले ही सबसे पहले कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजे मिले थे लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है इसलिए अब और कड़ाई की जरूरत है। इंदौर, भोपाल और उज्जैन से आने वालों को किसी भी हाल में शहर में प्रवेश नहीं मिलेगा। कलेक्टर भरत यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अब सावधानी की ज्यादा जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अन्य जगह से आने वालों की भी पहले जाँच की जाएगी उसके बाद उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि जिले में भी लॉक डाउन बढ़ाया जाएगा और इसके साथ ही पाबंदी भी बढ़ाई जाएगी। हमें अब जिले को संक्रमण फ्री बनाना है इसलिए जरूरी है कि हम पूरी सतर्कता बरतें। जिस तरह अभी तक जनता ने साथ दिया है आगे भी उन्हें इसी तरह साथ देना है और जो नियम तय किए गए हैं उनका पालन करना है।   
  किसी को भी पास जारी न करें पड़ोसी जिले के कलेक्टर 
कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, डिंडौरी एवं दमोह जिले के कलेक्टरों को पत्र भेजकर कलेक्टर भरत यादव ने अनुरोध किया है कि अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन में लगे वाहनों के अलावा किसी भी अन्य वाहनों अथवा व्यक्तियों को जबलपुर जिले की सीमा में प्रवेश के लिए पास जारी न किया जाए। उन्होंने इन जिलों के कलेक्टरों से कहा है कि उनके जिले की सीमा से होकर अन्य जिलों से आने वाले व्यक्तियों को भी जबलपुर जिले में लागू टोटल लॉक डाउन का पालन किए जाने हेतु निर्देशित किया जाए ताकि ऐसी स्थिति न बने कि शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराने के लिए उन्हें जिले की सीमा से ही वापस लौटाना पड़े।
ड्यूटी में बरती लापरवाही,  3 पटवारी सस्पेंड, आरआई को नोटिस
कोरोना वायरस जैसी बीमारी से लडऩे के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें से कई कर्मचारी ऐसे हैं जो लापरवाही बरत रहे हैं और ड्यूटी से नदारद रहते हैं। ऐसे कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की जा रही है। कुंडम क्षेत्र में भी 3 पटवारियों को जो जवाबदारी सौंपी गई थी उसका पालन न करने पर एसडीएम ने तत्काल उन्हें निलंबित कर दिया है। वहीं एक आरआई को भी नोटिस जारी किया गया है। एसडीएम कुंडम विमलेश सिंह ने बताया कि स्वीटी सौंग, निशा चौधरी और पंकज मांझी की ड्यूटी पड़रिया चैक पोस्ट में और कार्यालय में भी उपस्थित होने के निर्देश थे। एसडीएम तहसीलदार प्रदीप कौरव के साथ जब जाँच करने पहुँचीं तो ये ड्यूटी से नदारद मिले। जब इनसे जानकारी माँगी गई तो उसमें भी इन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया जिसके बाद इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। इसी तरह आरआई रूद्री मिश्रा ने भी कोरोना की इस लड़ाई में सौंपी गई जिम्मेदारी में लापरवाही बरती जिस पर नोटिस जारी किया गया है। कार्रवाई करने कलेक्टर के पास प्रस्ताव भेजा गया है। 
 

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