उमरिया का मामला - घुनघुटी जंगल में मिला बाघ का कंकाल
उमरिया का मामला - घुनघुटी जंगल में मिला बाघ का कंकाल
डिजिटल डेस्क उमरिया । शहडोल जिले की सीमा से लगे घुनघुटी सामान्य वन मण्डल परिक्षेत्र में शुक्रवार को मृत बाघ का कंकाल मिला है। शव की हालत देखकर हफ्तेभर पहले मौत का अनुमान है। बाघ के पेट के अधिकांश अवयव गल चुके थे। सीसीएफ शहडोल, डीएफओ उमरिया व एसडीओ पाली की मौजदूगी में शव परीक्षण कर सैंपल सुरक्षित कर अवशेष जला दिए गए। वन विभाग प्रथम दृष्टया मौत का कारण प्राकृतिक मान रहा है। घुनघुटी रेंज के पतनारकला बीट बसकटीहार नामक स्थल आरएफ 241 में गुरुवार शाम दुर्गंध आने पर ग्रामीणों ने बाघ का शव पड़ा हुआ देखा। सूचना पर रात में पूरे इलाके को सील कर दिया गया। शुक्रवार सुबह शहडोल से पहुंची डॉग स्क्वॉड की टीम ने पूरे इलाके की सर्चिंग की। वहीं, दूसरी तरफ बांधवगढ़ से पहुंचे डॉ. नितिन गुप्ता, डॉ. पूर्णिमा सिंह की टीम ने दोपहर शव परीक्षण कार्य आरंभ किया। डॉक्टरों ने दांत, मूंछ बाल व पंजों में नाखूनों की जांच की। साथ ही रासायनिक परीक्षण के लिए सैम्पल सुरक्षित किए।
वन अमले को भनक तक नहीं लगी
जंगल में मिले शव की हालत देखकर प्रतीत हो रहा था कि वन्यजीव की मौत हफ्तेभर पहले हुई है। फिर भी वन विभाग की गश्त टीम को इसकी भनक नहीं लगी। शव परीक्षण के दौरान बाघ के शरीर का अधिकांश हिस्सा गल चुका था। केवल हड्डियों में लिपटी शरीर के ऊपरी हिस्से की खाल बची थी। इसके चलते बाघ की सटीक आयु व नर या मादा प्रजाति का आकलन नहीं हो सका। आकार व मिले कंकाल को देखकर 12-15 वर्ष आयु व नर बाघ होने की संभावना जताई गई है।