सतना जिले से कालाबाजारी के लिए आया था गेहूं

सतना जिले से कालाबाजारी के लिए आया था गेहूं

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-05 12:52 GMT
सतना जिले से कालाबाजारी के लिए आया था गेहूं

डिजिटल डेस्क कोतमा । कोतमा के वार्ड 7 स्थित निजी गोदाम से शनिवार को जब्त किया गया सरकारी गेहूं सतना जिले से कालाबाजारी के लिए आया था। खाद्य महकमे द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में गेहूं को सतना जिले के डिलौरा खरीदी केंद्र का पाया गया है। बोरियों में बकायदा खरीदी केंद्र का टैग भी लगा हुआ है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि सतना से यह गेहूं अनूपपुर तक कैसे पहुंचा। साथ ही खाली मिली बोरियों के संबंध में भी गोदाम संचालक सिद्धार्थ जैन से पूछताछ की जाएगी। शनिवार को एसडीएम ऋषि सिंघई के निर्देशन में खाद्य विभाग की टीम ने वार्ड 7 बनिया टोला स्थित गोदाम में कार्रवाई करते हुए सरकारी गेहूं जब्त किया गया था। नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा कराए गए वजन में 125 बोरियों में कुल 68.79 क्विंटल गेहूं बरामद किया गया था। इसकी कीमत शासकीय दर से लगभग दो लाख आंकी गई है। साथ ही 35 खाली बोरियां भी जब्त की गई हैं। विभाग द्वारा पंचनामा तैयार कर प्रकरण कलेक्टर अनूपपुर को सौंपने की बात कही जा रही है।
संचालक के विरुद्ध मामला दर्ज नहीं
3 अक्टूबर को जब टीम कार्रवाई के लिए पहुंची थी, तब गोदाम में ताला लगा था। इसके बाद अधिकारियों ने कोतमा थाने के पुलिसकर्मी को गोदाम संचालक सिद्धार्थ उर्फ मोगली जैन के साथ चाबी लेने के लिए घर भेजा गया था। घर से सिद्धार्थ जैन पुलिसकर्मी को चकमा देकर गायब हो गया। करीब दो घंटे बाद शटर काटकर टीम गोदाम में घुसी थी। इस पूरे मामले में खाद्य विभाग ने सिर्फ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत मामला पंजीबद्ध करने का प्रस्ताव दिया है, जबकि अन्य धाराओं के संबंध में मार्गदर्शन की बात कही जा रही है।
इनका कहना है
कार्रवाई से संबंधित पंचनामा व अन्य दस्तावेज कलेक्टर को दिया जाएगा। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रदीप त्रिपाठी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर
 

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