व्हाइट टाइगर सफारी में 9 दिन के अंदर एक और नर बाघ की मौत

व्हाइट टाइगर सफारी में 9 दिन के अंदर एक और नर बाघ की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-02 08:35 GMT
व्हाइट टाइगर सफारी में 9 दिन के अंदर एक और नर बाघ की मौत

डिजिटल डेस्क सतना । मुकुंदपुर के व्हाइट टाइगर सफारी एंड में 31 दिसंबर को 7 साल के एक नर बाघ (बंगाल टाइगर) नकुल की  मृत्यु हो गई। डीएफओ राजेश राय ने मृत्यु की पुष्टि की है। बताया कि शुक्रवार को स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विवि जबलपुर और पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय रीवा के चिकित्सा विशेषज्ञों से पोस्टमार्टम कराने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में प्रोटोकाल के तहत नकुल का  सभी अवयवों के साथ शवदाह कराया गया।  डीएफओ ने बताया कि  मृत्यु के कारणों की जांच के लिए टाइगर के बिसरा सेंपल प्रिजर्व कराए गए हैं। व्हाइट टाइगर सफारी में 9 दिन के अंदर नर बाघ की मौत की यह दूसरी घटना है, इससे पहले श्वसन तंत्र में संक्रमण के कारण 8 साल के सफेद नर बाघ गोपी की मृत्यु हो गई थी। 
4 साल पहले आया था औरंगाबाद से 
मुकुंदुपर की व्हाइट टाइगर सफारी में 31 दिसंबर को दम तोड़ऩे वाला नर बाघ नकुल वर्ष 2016 की 18 जनवरी को औरंगाबाद (महाराष्ट्र) के सिद्धार्थ गार्डन जू से यहां महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव सफारी एंड जू में शिफ्ट किया गया था। जानकारों ने बताया कि जंगल में ऐसे बाघों की औसत उम्र 14 से 15 साल और बाड़े में 10 से 12 साल मानी जाती है। 
वन्य प्राणियों में बैक्टीरियल अटैक की आशंका!
व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू के वन्य प्राणियों में परजीवी किस्म के बैक्टीरियल अटैक की आशंका ने वन विभाग के आला अफसरों की नींद उड़ा दी है। श्वसन तंत्र में संक्रमण से पहले 8 साल के सफेद नर बाघ गोपी की मृत्यु और इस मौत के 9 वें दिन 23 दिसंबर को 7 साल के एक अन्य नर बंगाल टाइगर नुकल की आकस्मिक मौत के बाद भी बात खत्म नहीं हुई है। सफेद बाघ का एक अन्य जोड़ा भी संभवत: संक्रमित है? हालांकि अभी तक प्रबंधन ने सफारी के वन्य प्राणियों में  बैक्टीरियल अटैक या फिर व्हाइट टाइगर और टाइग्रेस के संक्रमित होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

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