दो दिनों तक तड़पता रहा युवक नहीं मिला इलाज, दर्दनाक मौत

दो दिनों तक तड़पता रहा युवक नहीं मिला इलाज, दर्दनाक मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-01 17:55 GMT


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा।  मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही ने साल के पहले ही दिन एक युवक की जान ले ली। पिछले दो दिनों से दुर्घटना में घायल युवक बिना इलाज के वार्ड में पड़ा रहा, परिजन डॉक्टरों से मिन्नतें करते रहे, लेकिन समय पर इलाज न मिलने से बुधवार सुबह युवक की जान चली गई। युवक की मौत पर आक्रोशित परिजनों ने शव वाहन सीएस कार्यालय के सामने खड़ा कर जमकर हंगामा मचाया और दोषी डॉक्टर व स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हंगामा बढ़ता देख सीएस ने त्वरित जांच के आदेश दिए और परिजनों को दोषी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब कहीं परिजन युवक का शव लेकर अपने घर गए।
गुरैया निवासी विनोद कोलारे ने बताया कि 30 दिसम्बर को 21 वर्षीय बेटे विकास कोलारे को एक ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी थी। पसली और सिर पर चोट लगने से विकास को जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। ट्रामा यूनिट में प्राथमिक इलाज देने के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। यहां उसे एक्सरे और सीटी स्केन कराने की सलाह दी गई। सीटी स्केन और एक्सरे कराने के बाद मंगलवार को पूरा दिन कोई डॉक्टर वार्ड में नहीं आए। जिसकी वजह से उसे इलाज नहीं मिल सका। इलाज के अभाव में आखिरकर विकास ने बुधवार सुबह दम तोड़ दिया।
मौत के बाद देखी रिपोर्ट, मिले तीन फैक्चर-
इलाज के अभाव में विकास ने दम तोड़ दिया। सीएस ऑफिस में मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान विकास की एक्सरे रिपोर्ट देखी गई तो उसमें तीन फैक्चर थे। विकास के परिजनों का कहना था कि अस्पताल में इलाज संभव नहीं था तो नागपुर रेफर कर देते। समय पर इलाज मिलता तो विकास की जान बचाई जा सकती थी।
कहां का एक्सरे करना है यह लिखा ही नहीं-
30 दिसम्बर से भर्ती विकास के परिजनों ने इलाज न मिलने पर विरोध किया तो इमरजेंसी डॉक्टर ने एक पर्ची पर एक्सरे के लिए लिख दिया। जब विकास को एक्सरे के लिए एक्सरे रूम ले जाया गया तो वहां पता चला कि शरीर के किस हिस्से का एक्सरे करना है लिखा ही नहीं था। इस तरह की लापरवाही के चलते एक्सरे में भी काफी देरी हुई।
एक भी डॉक्टर नहीं आए राउंड पर-
मृतक के पिता विनोद कोलारे ने बताया कि मंगलवार सुबह वार्ड में आए डॉक्टर ने एक्सरे और सीटी स्केन के लिए लिखा था। एक्सरे और सीटी स्केन कराने के बाद रिपोर्ट लेकर वे डॉक्टर का इंतजार करते रहे। लेकिन शाम को डॉक्टर वार्ड में राउंड पर नहीं आए। ट्रामा यूनिट में डॉक्टर को रिपोर्ट दिखाई गई, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। भर्ती होने के बाद विकास को सिर्फ दर्द के इंजेक्शन और एक स्लाइन के अलावा कोई इलाज नहीं दिया गया।
विकास धूमधाम से मनाना चाहता था आज जन्मदिन-
डॉक्टरों की लापरवाही का शिकार हुए विकास ने एक जनवरी की सुबह अंतिम सांसें ली। दो जनवरी को उसका 22 वां जन्म दिन था। विकास की मौत से बदहवास मां को भरोसा ही नहीं हो रहा था कि जन्मदिन के एक दिन पहले बेटे की मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक विकास अपना जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाना चाहता था।
क्या कहते हैं अधिकारी-
मृतक के परिजनों का आरोप है कि इलाज के अभाव में बच्चे की मौत हुई है। शिकायत पर जांच के आदेश दे दिए गए है। लापरवाह चिकित्सक व स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ.श्रीमती पी.गोगिया, सिविल सर्जन

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